Himachal: युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ का गजब मामला, डेटशीट में 17 नवंबर और शिमला के कॉलेज में पहली को ही हो गया पेपर
शिमला के एक कॉलेज में परीक्षा की तारीख में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। डेटशीट में 17 नवंबर की तारीख थी, लेकिन कॉलेज ने 1 नवंबर को ही परीक्षा करा ली, जिससे छात्रों में आक्रोश है। कॉलेज प्रशासन ने इसे गलती बताया है और सुधार का आश्वासन दिया है, पर छात्र संतुष्ट नहीं हैं और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

शिमला के आरकेएमवी कॉलेज में परीक्षा देने पहुंची छात्राएं। जागरण
शिखा वर्मा, शिमला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की परीक्षा में बड़ी गड़बड़ हुई है। राजकीय कन्या महाविद्यालय (आरकेएमवी) शिमला में सोमवार को प्रथम वर्ष के पर्यावरण विज्ञान विषय की कंपार्टमेंट परीक्षा के पेपर में अव्यवस्था देखने को मिली।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) की ओर से जारी डेटशीट के अनुसार 17 नवंबर को छात्राएं परीक्षा देने पहुंचीं, लेकिन कालेज प्रशासन ने बताया कि यह पेपर तो पहली नवंबर को ही हो चुका है और आज कोई परीक्षा निर्धारित नहीं है। इससे जिले के दूरदराज इलाकों से पहुंचीं लगभग 50 छात्राओं में आक्रोश दिखा।
कई छात्राएं घंटों की यात्रा के बाद यहां पहुंची थीं, लेकिन एचपीयू की डेटशीट और कालेज की जानकारी के बीच विरोधाभास ने सभी को निराश कर दिया।
17 नवंबर को थी कंपार्टमेंट की परीक्षा
एचपीयू की अधिकारिक डेटशीट में पर्यावरण विज्ञान विषय की कंपार्टमेंट परीक्षा की तिथि 17 नवंबर अंकित है। छात्राओं के पास डेटशीट की प्रति थी, जिसमें सिर्फ यही तारीख वैध दिखाई दे रही थी लेकिन जब छात्र परीक्षा हाल में पहुंचे तो कालेज प्रशासन ने बताया कि यह परीक्षा पहली नवंबर को हो चुकी है।
परीक्षा देने पहुंची छात्राएं तो पता चला पहले ही हो चुकी है परीक्षा
परीक्षा देने पहुंची छात्राओं का कहना था कि न तो विश्वविद्यालय की वेबसाइट और न ही कालेज से किसी तरह की सूचना उन्हें दी। अब इतनी दूर से किराया खर्च व तैयारी कर यहां पहुंचे तो पता चला कि परीक्षा पहले ही हो चुकी है। छात्राएं दोपहर दो बजे से पहले परीक्षा केंद्र पहुंच गई थीं।
अभिभावक नरेंद्र ने कहा, यह प्रशासनिक लापरवाही
अभिभावकों का कहना है कि यह घटना दर्शाती है कि एचपीयू और कालेज प्रशासन के बीच समन्वय की कमी है। विश्वविद्यालय की डेटशीट और कालेज की वास्तविक परीक्षा तिथि अलग-अलग कैसे हो सकती हैं, इस पर कालेज प्रशासन ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। छात्र इससे और अधिक भ्रमित हो गए। बेटी गुनगुन के साथ परीक्षा केंद्र पहुंचे नरेंद्र वर्मा ने कहा कि एचपीयू की डेटशीट को ही हिमाचल की यूनिवर्सिटीज मानती हैं। अगर इसमें बदलाव हुआ है तो नोटिस क्यों नहीं दिया गया, यह सीधी प्रशासनिक लापरवाही है।
छात्राएं बोलीं, हमारा भविष्य मजाक नहीं
कालेज गेट पर कुछ समय के लिए स्थिति तनावपूर्ण हो गई। छात्राओं ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब एचपीयू की तिथियों में भ्रम हुआ हो। कई परीक्षाओं में देरी या रद करने के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। पायल व निधि ने कहा कि हम कंपार्टमेंट पेपर इसलिए देते हैं ताकि एक वर्ष बच सके। लेकिन इस तरह की गलतियों से हमारा पूरा शैक्षणिक वर्ष जोखिम में पड़ सकता है। इसका जवाब कौन देगा। हमारा भविष्य मजाक नहीं है।
मामला संज्ञान में आते ही जांच बैठा दी है। कहां चूक हुई है इसका पता लगाया जा रहा है। छात्रों के भविष्य से कोई खिलवाड़ नहीं होगा। इस मुद्दे पर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय जल्द निर्णय लेगा।
-प्रोफेसर श्यामलाल कौशल, मुख्य परीक्षा नियंत्रक, एचपीयू।
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