'पुष्पा' फिल्म का सीन नहीं... ये है हिमाचल का पंडो डैम, तस्वीरों में दिख रहा भयावह मंजर
Himachal Cloudburst शिमला में बाढ़ ने फिर लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। धर्मशाला और कुल्लू में बादल फटने से आई बाढ़ के बाद 250 से ज़्यादा लोग बचाए गए। 20 जून से अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है और 29 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बाढ़ में बहे लोगों की तलाश जारी है।

डिजिटल डेस्क, शिमला। हिमाचल में बाढ़ ने एक बार फिर लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। धर्मशाला और कुल्लू में बादल फटने के बाद आई अचानक बाढ़ ने जो देखा उसे अपने साथ बहाकर ले गई। अब तक 250 से अधिक लोगों को बचाया गया है। वहीं, 20 जून से अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 29 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बाढ़ में बहे लोगों की तलाश के लिए अभियान जारी है।
अधिकारियों ने बताया कि धर्मशाला के कुछ हिस्सों में अचानक आई बाढ़ के बाद राज्य और केंद्रीय टीमों द्वारा एक बड़े अभियान में 250 से अधिक लोगों को बचाया गया।
फोटो: गुरुवार को कुल्लू में सैंज घाटी के सिउंड में बादल फटने से आई बाढ़ के बाद का दृश्य। (एएनआई फोटो)
समाचार एजेंसी, एएनआई से बात करते हुए, कांगड़ा की पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि अचानक आई बाढ़ में कई लोग बह गए, जिसके बाद राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और स्थानीय पुलिस द्वारा तत्काल तलाशी और बचाव अभियान शुरू किया गया।
गुरुवार को कुल्लू में सैंज घाटी के सिउंड में बादल फटने से आई बाढ़ के बाद का दृश्य। (एएनआई फोटो)
उन्होंने कहा कि कुछ लोग अचानक आई बाढ़ में बह गए। कल एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और हिमाचल प्रदेश होमगार्ड स्वयंसेवकों ने खोज और बचाव अभियान चलाया, जिसमें 250 लोगों को सफलतापूर्वक बचाया गया और दो शव बरामद किए गए। आज एनडीआरएफ भी इन स्थानों पर स्थानीय पुलिस के साथ शामिल हो गई। आज तीन और शव बरामद किए गए। कुल में से चार शवों की पहचान हो गई है। तीन लोग लापता हैं। एक व्यक्ति को जंगल से बचा लिया गया है।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की सैंज घाटी में बुधवार को बादल फटने से आई बाढ़ में अपने परिवार के सदस्यों के बह जाने के बाद विलाप करते लोग, गुरुवार, 26 जून, 2025। (पीटीआई फोटो)
उन्होंने कहा कि आज स्थिति बेहतर है, क्योंकि इन समूहों के 250 लोगों के अलावा किसी अन्य व्यक्ति के लापता होने की सूचना नहीं मिली है।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की सैंज घाटी में बुधवार को बादल फटने से आई बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए एक घर के पास इंतजार करते लोग (PTI)
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को राज्य के सभी उपायुक्तों को सतर्क रहने और प्रतिकूल मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, उभरती स्थिति से कुशलतापूर्वक निपटने के लिए जनता के लिए चौबीसों घंटे उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, आज शिमला से वर्चुअली जिला प्रशासन के साथ राज्य में स्थिति की समीक्षा करते हुए उन्होंने सभी उपायुक्तों को प्रभावित व्यक्तियों के लिए युद्ध स्तर पर राहत और पुनर्वास अभियान चलाने को कहा।
मुख्यमंत्री ने उन्हें नदियों, खड्डों और नालों के किनारे रहने वाले व्यक्तियों या परिवारों, विशेष रूप से प्रवासी मजदूरों की पहचान करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजने का निर्देश दिया। उन्होंने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को बारिश के मौसम में नदियों और नालों के पास न जाने की चेतावनी देते हुए एडवाइजरी जारी करने का भी निर्देश दिया।
दक्षिण भारत के प्रसिद्ध अभिनेता अल्लू अर्जुन तो याद हैं न आपको। उनकी फिल्म ‘पुष्पा-द राइज’ का जादू सभी पर चला था। झुकेगा नहीं...डायलॉग हर किसी की जुबान पर था। फिल्म के एक सीन में अभिनेता चंदन की लकड़ी को पुलिस से बचाने के लिए पानी में बहा देता है और सारी लकड़ी डैम में जमा हो जाती है। कुछ ऐसा ही सीन हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में स्थित पंडोह डैम में दिखा। कुल्लू में बादल फटने से सैंज घाटी से बाढ़ के पानी के साथ देवदार व चीड़ की लकड़ी बहकर आ गई।
सोर्स/फोटो: जागरण संवाददाता, समाचार एजेंसी, पीटीआई-एएनआई
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