Himachal Cloud Burst Live Updates: हिमाचल में बादल फटने से अब तक चार लोगों की मौत, 49 अभी भी लापता; मंत्री राजेश धर्माणी ने बताए आंकड़े
Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश बादल फटने से भारी तबाही हुई है। अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 49 से ज्यादा लापता हैं। कई लोगों के घर तबाह हो गए हैं। अचानक बाढ़ आने से सड़कें बह गई हैं। प्रदेश भर में अलग-अलग जगहों पर सड़कें बंद पड़ी हैं।

जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल प्रदेश में कुदरत ने कहर बरपा दिया है। बादल फटने की घटना से अब तक चार लोगों की मौत हो गई हैं, वहीं 49 से ज्यादा लापता हैं। बुधवार की रात (गुरुवार) कुल्लू, मंडी और शिमला में तीन जगहों पर बादल फटा जिसके बाद प्रदेश में मानो अफरा-तफरी मच गई। मौके पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें पहुंची, जिनका रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
निगुलसरी के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग- 5 भूस्खलन संभावित क्षेत्र पर सुबह के समय बार-बार मलबा गिरने से मार्ग अवरुद्ध होने से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वीरवार सुबह भी पहाड़ी से बड़े बोल्डर्स गिरने से एनएच-5 दोपहर तक अवरुद्ध रहा। 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद यातायात को बहाल किया गया।
हिमाचल प्रदेश में मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि बादल फटने की घटना से अब तक चार लोगों की मौत हो गई है। इनमें तीन मंडी के निवासी हैं तो एक कुल्लू से हैं। अभी भी 49 लोग लापता हैं, जिन्हें खोजने के लिए सर्च अभियान जारी है।
मुख्यमंत्री सुक्खू शुक्रवार आपदा प्रभावित क्षेत्र रामपुर में उपस्थित रहेंगे। सीएमओ ने लिखा हमने अधिकारियों को 24 घंटे स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए निर्देशित किया है और आपदा से होने वाले नुकसान की समीक्षा करने के निर्देश भी दिए हैं।
हिमाचल प्रदेश के अंतर्गत कुल्लू के मणिकरण घाटी के मलाणा क्षेत्र में बादल फटने के बाद पार्वती नदी में जल स्तर बढ़ गया है। मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए मौके पर पहुंचे।
#WATCH | Kullu, Himachal Pradesh: The water level in River Parvati increases after the Malana region in Manikaran valley witnesses cloudburst.
— ANI (@ANI) August 1, 2024
Chief Parliamentary Secretary Sunder Singh Thakur present at the spot to inspect the affected area. pic.twitter.com/XbipjWhsKm
बचाव अभियान में शामिल सीआईएसएफ अधिकारी जेपी सिंह ने कहा कि बुधवार मध्य रात्रि बादल फटने की सूचना मिली। इस आपदा में जान-माल के नुकसान की भी खबर थी। हमारी 20 लोगों की संयुक्त टीम यहां पहुंच गई है, एनडीआरएफ की टीम भी मौजूद है।
#WATCH | Shimla, Himachal Pradesh: CISF officer JP Singh, who is involved in the rescue operation, says, "There were reports of cloudburst on the night of 31 July-1 August... There have also been reports of loss of life and property... Our joint team of 20 people has reached… https://t.co/iuDgI5v2Dx pic.twitter.com/EO6ciQdUCG
— ANI (@ANI) August 1, 2024
सीएमओ हिमाचल द्वारा एक्स पर कहा गया कि कई जगहों पर बादल फटने की घटनाओं के बाद हमारी NDRF, SDRF, होम गार्ड, पुलिस और फायर सर्विसेज की टीमें बचाव और राहत कार्य में जुटी हुई हैं। बचाव और राहत कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं। सभी रेस्क्यू टीमों का सहयोग मिल रहा है।
हिमाचल प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा ने कहा कि हमने कल शाम 36 घंटे का अलर्ट जारी किया। बादल फटने (Himachal Cloud Burst) की पहली घटना कुल्लू में सामने आई जहां 7 लोग लापता हैं। दूसरी घटना मंडी में रिपोर्ट की गई, जहां हमें 1 शव मिला और 9 लोग लापता हैं। तीसरी घटना शिमला में दर्ज की गई जहां 1 व्यक्ति की मौत हो गई और 36 लोग लापता हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा हिमाचल प्रदेश में बीते वर्ष प्राकृतिक आपदा से हुई क्षति की भरपाई अभी तक नहीं हो पाई है लेकिन अब फिर से वैसी स्थिति बनती नजर आ रही है। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण जानमाल का नुकसान हुआ है और लगभग 50 लोगों के लापता होने की भी सूचना है।
हिमाचल प्रदेश में बीते वर्ष प्राकृतिक आपदा से हुई क्षति की भरपाई अभी तक नहीं हो पाई है लेकिन अब फिर से वैसी स्थिति बनती नजर आ रही है।
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) August 1, 2024
प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण जानमाल का नुकसान हुआ है और लगभग 50 लोगों के लापता होने की भी सूचना है।
मैंने मुख्यमंत्री… pic.twitter.com/jXWLhyoWOF
मंडी एडीएम मदन कुमार ने कहा कि आठ लोग लापता हैं, 3 घर तबाह हो गए हैं, कुछ लोगों के दबे होने की आशंका है। राहत और बचाव कार्य जारी है। ब्यास नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है, निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को हटाया गया है। राहत शिविरों में उनके भोजन और पानी की व्यवस्था की गई है।
घटना को लेकर मंडी एडीएम मदन कुमार ने कहा कि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, होम गार्ड और बादल फटने और भारी बारिश के कारण पुलिस टीमों को मौके पर भेजा गया है, आसपास की सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और पुल टूट गए हैं। उपायुक्त मौके पर पहुंच गए हैं और राहत एवं बचाव कार्य का जायजा ले रहे हैं।
हिमाचल में बारिश फिर मुश्किल बढ़ा सकती है। प्रदेश में आज के लिए मौसम विज्ञान विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार द्वारा आपदा में 24*7 जनता की मदद के लिए जिला स्तर पर टीम बनाई गई है, जो आपकी किसी भी इमरजेंसी में मदद करेगी। दिए गए नंबर पर किसी भी इमरजेंसी के लिए कॉल करें।
हिमाचल प्रदेश में आपदा की स्थिति को देखते हुए कुल्लू जिले के लिए आपातकालीन टोल-फ्री और व्हाट्सएप नंबर जारी कर दिये गये हैं। किसी भी आपात स्थिति में संबंधित नंबर पर संपर्क कर स्थानीय प्रशासन से मदद ले सकते हैं।
NDRF के DG पीयूष आनंद ने हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटना को लेकर कहा कि वहां हमारी 4 टीमें मौजूद हैं, बचाव कार्य जारी है। हालात को स्थिर होने में अभी समय लगेगा। एयरलिफ्टिंग की पूरी तैयारी है। हमारी पूरी कोशिश है कि लोगों को जल्द से जल्द बचा पाएं।
#WATCH दिल्ली: NDRF DG पीयूष आनंद ने हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटना पर बताया, "वहां हमारी 4 टीमें मौजूद हैं... बचाव कार्य जारी है... हालात को स्थिर होने में अभी समय लगेगा। एयरलिफ्टिंग की पूरी तैयारी है... हमारी पूरी कोशिश है कि लोगों को जल्द से जल्द बचा पाएं।" pic.twitter.com/3eE4baemu8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 1, 2024
आपदा मोचन बल की टीमों ने अभी तक कुल सात पीड़ित व्यक्तियों व दो पशुधन को सुरक्षित निकाल लिया है। इसके साथ ही एक व्यक्ति का मृत शरीर निकाला गया है।
कार्यरत टीमों के अतिरिक्त वाहिनी की अन्य टीमें भी आवश्यकता पड़ने पर तुरंत राहत एवं बचाव कार्य हेतु पूर्ण रूप से तैयार हैं तथा अलर्ट मोड पर रखी गई है।
घटना के बाद से बचाव कार्य के लिए बलजिन्दर सिंह, सेनानी 14वीं वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के नेतृत्व में14वीं वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की 02 टीमें शिमला, 01 टीम कुल्लू तथा 01 टीम मंडी, कुल 04 टीमें घटनास्थल पर आपदा राहत तथा बचाव हेतु लगातार कार्य कर रही हैं।
हिमाचल प्रदेश में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, मंडी और कुल्लू में बादल फटने और भारी वर्षा से कई लोगों की मृत्यु और लापता होने का समाचार अत्यंत दुखद है। हिमाचल सरकार CDRF, SDRF व अन्य बलों के साथ मिलकर रिलीफ का पूर्ण प्रयास कर रही है। हम भारमौर दौरे से तुरंत घटनास्थल पर पहुंच रहें हैं।
बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कुल्लू जिले में मलाणा (प्रथम)- पनबिजली परियोजना, के नुकसान होने की खबर है। मैंने मुख्यमंत्री से बात की, उन्होंने विस्तार से सारी बातें साझा कीं, ऐसी खबर है कि आपदा में 50 लोग लापता हैं। फिलहाल हम सभी बचाव पर ध्यान दे रहे हैं।
VIDEO | #Kullu Cloudburst: "It is bad news for Himachal that in the last rains there were huge losses and again reports of damages are coming this year too. I just had a talk with the CM, and he shared everything in detail. There are reports that 50 people are missing. There are… pic.twitter.com/8cXOGG8sws
— Press Trust of India (@PTI_News) August 1, 2024
वहीं, सीएम सुक्खू ने कहा कि बीती रात प्रदेश में कई स्थानों पर बादल फटने की दुखद घटना में 50 से अधिक लोग लापता हैं और 2 लोगों के शव रिकवर किए गए हैं।
NDRF, SDRF, होम गार्ड और फायर सर्विसेज की टीमें राहत, खोज और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। सेना से भी मदद मांगी गई है। स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।
मंडी सांसद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने कहा, विनाशकारी बाढ़, बादल फटने और भूस्खलन ने मंडी और हिमाचल के विभिन्न हिस्सों को अपनी चपेट में ले लिया है, कई लोग मारे गए हैं और कई लापता हैं। मैंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के विधायकों और डीसी से बात की है। उन्होंने मुझे विभिन्न स्थानों पर रेड और ऑरेंज अलर्ट के कारण अभी हिमाचल की यात्रा न करने की सलाह दी।
मैं हिमाचल प्रदेश और उसके आसपास के सभी लोगों को यही सुझाव देती हूं कि कृपया घर पर रहें और स्थिति बेहतर होने तक सुरक्षित रहें। हिमाचल प्रदेश के लिए प्रार्थना करें।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान राज्य भर में व्यापक रूप से हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है। जिला कांगड़ा, चंबा, कुल्लू, मंडी में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। उसके बाद 2 अगस्त से 6 अगस्त तक राज्य में व्यापक वर्षा होने की संभावना है। चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, सिरमौर, ऊना, बिलासपुर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। कांगड़ा, चंबा, मंडी के आसपास के इलाकों में 3 और 4 अगस्त को मौसम की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है।
बीबीएमबी के 990 मेगावाट क्षमता के डैहर पावर हाउस में बिजली उत्पादन बंद हो गया है। गाद बढ़ने से मशीनरी को खतरा हुआ है। जिसके चलते बिजली उत्पादन बंद हो गया है।
विधानसभा द्रंग के अंतर्गत ग्राम पंचायत देवरी में भारी बारिश होने से जाजर खड्ड का जलस्तर बढ़ने के कारण दो भाइयों दयाल व रमेश कुमार पुत्र स्वर्गीय शेष राम VPO देवरी तहसील सदर जिला मंडी का दो मंजिला मकान पानी के बहाव में आने के कारण पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। जानी कोई भी नुकसान नहीं हुआ है।
एनडीआरएफ के डीआइजी मोहसिन शाहेदी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में फिलहाल एनडीआरएफ की 14 टीमें मौजूद हैं। कुल्लू, मंडी और शिमला में कुल 6 घटनाएं हुई हैं। जिनमें से 3 बादल फटने और 1 अचानक बाढ़ की घटना सामने आई है। कुल 3 लोगों की मौत हो गई है और 52 लोग अभी भी लापता हैं।
डीसी और एसपी शिमला समेज पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी समेज के लिए रवाना हुए थे। लेकिन खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाया। सीएम सुक्खू अन्नाडेल से सचिवालय लौट गए।