Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हिमाचल बीजेपी को आज मिलेगा नया अध्यक्ष, कांग्रेस में अभी भी तस्वीर धुंधली; प्रतिभा सिंह को फिर मिलेगी कमान?

    Updated: Mon, 30 Jun 2025 06:15 PM (IST)

    हिमाचल प्रदेश में भाजपा को आज नया अध्यक्ष मिलने जा रहा है जबकि कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं है। प्रतिभा सिंह का कार्यकाल पूरा होने के बाद भी नए अध्यक्ष का चयन नहीं हो पाया है। पिछले आठ महीनों से कांग्रेस बिना संगठन के चल रही है जिससे पार्टी कार्यकर्ता निराश हैं। पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बाद भी हाईकमान का फैसला अटका हुआ है।

    Hero Image
    आठ महीने से बिना संगठन के चल रही है हिमाचल कांग्रेस (फाइल फोटो)

    अनिल ठाकुर, शिमला। प्रदेश भाजपा को आज नया अध्यक्ष मिल जाएगा। जबकि हिमाचल में सत्तारूढ़ कांग्रेस में अध्यक्ष को लेकर तस्वीर अभी भी धुंधली है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का तीन साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है। नए अध्यक्ष को लेकर चर्चाएं चली हुई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अध्यक्ष तो दूर, पिछले करीब आठ महीने से कांग्रेस बिना संगठन के चल रही है। अकेले प्रतिभा सिंह ही कांग्रेस को चला रही है। या यूं कहें कि पिछले आठ महीनों से जमीनी स्तर पर संगठन की गतिविधियां शून्य के बराबर है।

    6 नवंबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रदेश की राज्य, जिला और ब्लॉक सभी कमेटियां भंग की थी। नए संगठन को लेकर हलचल तो है, लेकिन कब कार्यकारिणी का ऐलान होगा यह तय नहीं है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में सन्नाटा पसरा है।

    इससे पार्टी कार्यकर्ता मायूस हैं। पिछले आठ महीनों से इकलौती पदाधिकारी प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह है। इसके विपरीत भाजपा को नया अध्यक्ष मिलने जा रहा है। भाजपा कांग्रेस सरकार पर हर मुद्दे पर जोरदार ढंग से घेर रही है।

    पर्यवेक्षकों ने रिपोर्ट सौंपी, मगर हुआ कुछ नहीं

    कांग्रेस पार्टी आलाकमान ने संगठन के गठन को लेकर पर्यवेक्षकों को हिमाचल भेजा था। प्रदेश कांग्रेस सह प्रभारी विदित चौधरी और चेतन चौहान ने सभी पदाधिकारियों व वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर उनकी राय जानी। इसके बाद कांग्रेस प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल ने भी दो बार शिमला में पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। इसके अलावा चारों संसदीय क्षेत्र व जिला स्तर पर भी पर्यवेक्षक कार्यकर्ताओं की राय जानकर अपनी रिपोर्ट दे चुके हैं।

    दिल्ली में मुख्यमंत्री, कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री अपना पक्ष रख चुके हैं। लेकिन मामला फिर भी लटका हुआ है। कार्यकारिणी भंग करने के दौरान दावा किया गया था कि नए साल यानि जनवरी 2025 में कार्यकारिणी का ऐलान कर दिया जाएगा।

    जुलाई महीना शुरू हो गया है, मामला लटका हुआ है। पूर्व में हाईकमान अध्यक्ष की ताजपोशी करती थी। इसके बाद राज्य, जिला व ब्लॉक स्तर पर अध्यक्ष अपने हिसाब से टीम बनाते थे। मगर इस बार हाईकमान पर्यवेक्षक की रिपोर्ट को आधार बनाते हुए संगठन में ताजपोशी करेगा।

    प्रतिभा सिंह के प्रस्ताव को ठुकराया

    कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने हाईकमान से आग्रह किया था कि संगठन की गतिविधियां सुचारू रूप से चलाने के लिए संगठन महासचिव, प्रवक्ता के पद पर नियुक्ति कर दी जाए। हाईकमान ने इसे भी ठुकरा दिया था। कहा था कि सभी नियुक्तियां एक साथ की जाएगी।

    इन पर्यवेक्षकों ने तैयार की थी रिपोर्ट

    कांग्रेस पार्टी पार्टी हाईकमान ने कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र का पर्यवेक्षक शांतनु चौहान, हमीरपुर लोकसभा का गुरप्रीत, शिमला का ओमवीर यादव और मंडी संसदीय क्षेत्र का गौरव भाटिया को पर्यवेक्षक बनाया था। इसी तरह शिमला जिला का पर्यवेक्षक राजीव वर्मा, सिरमौर का चरणजीत सिंह निक्कू, सोलन का प्रवीण चौधरी, मंडी का मुजफ्फर गुर्जर, कुल्लू का पुरुषोतम नागर, किन्नौर का शिवराम बाल्मीकि, लाहौल स्पीति का मनोज कौशिक, कांगड़ा का रवि ठाकुर, चंबा का अखिलेश, ऊना का रूद्र प्रताप, बिलासपुर का दीपक और हमीरपुर जिला का प्रभाकर झा को बनाया था।