हिम बस कार्ड अब स्कूल व कालेज में ही बनेंगे, नहीं लगाने पड़ेंगे कार्यालयों के चक्कर, नोडल अधिकारी तैनात
हिमाचल प्रदेश में छात्रों के लिए हिम बस कार्ड बनवाना अब आसान हो गया है। अब ये कार्ड स्कूल और कॉलेज में ही बनेंगे, जिससे छात्रों को कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। सरकार ने इस प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए हैं, जो छात्रों की मदद करेंगे।

हिमाचल प्रदेश में एचआरटीसी स्कूल व कॉलेज में हिम बस कार्ड बनाएगा। प्रतीकात्मक फोटो
राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) ने शिमला शहर व इसके आसपास पढ़ रहे छात्रों को संस्थान में ही हिम बस कार्ड बनाने की सुविधा देगा। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। छात्रों को रियायती या निश्शुल्क यात्रा के लिए ‘हिम बस कार्ड’ बनाने के लिए एचआरटीसी कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
निगम ने अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को विभिन्न शिक्षण संस्थानों में भेजने का निर्णय लिया है, ताकि वहीं पर छात्रों के हिम बस कार्ड बनाए जा सकें। निगम की ओर से जारी आदेश के अनुसार यह प्रक्रिया तुरंत प्रभाव से शुरू कर दी गई है।
निगम की टीमें स्कूल, कॉलेज और आईटीआई कैंपस में जाकर छात्रों का मार्गदर्शन करेंगी और मौके पर ही उनके हिम बस कार्ड तैयार किए जाएंगे। इस कार्य के लिए विभिन्न संस्थानों में नोडल अधिकारी और कर्मियों की नियुक्ति की गई है।
200 रुपये में बन रहा कार्ड
हिम बस कार्ड 200 रुपये में बन रहा है। कार्ड के माध्यम से किराये में 5 प्रतिशत छूट मिल रही है। कैशबैक भी दिया जा रहा है।
अधिकारियों को दी जिम्मेदारी
डीएम शिमला देवासेन नेगी ने बताया कि राजकीय महाविद्यालय संजौली और आरकेएमवी शिमला के लिए क्षेत्रीय प्रबंधक (स्थानीय) अंकुर वर्मा को नोडल अधिकारी बनाया गया है। राजकीय महाविद्यालय कोटशेरा के लिए उप मंडलीय प्रबंधक (तारादेवी) विनोद शर्मा को जिम्मेदारी दी गई है।
इसी तरह आईटीआई चौड़ा मैदान के लिए प्रबंधक (तकनीकी) अमित चौहान को नियुक्त किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों जैसे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लालपानी, छोटा शिमला और ब्यूलिया के लिए क्षेत्रीय प्रबंधक (ग्रामीण) पंकज ठाकुर और तारादेवी डिपो के अधिकारियों को दायित्व सौंपा गया है।
कार्ड जेनरेट करने की प्रक्रिया के बारे में मार्गदर्शन होगा
डीएम शिमला देवासेन नेगी ने बताया कि यह पहल छात्रों की सुविधा के लिए की गई है, ताकि अधिक से अधिक पात्र विद्यार्थियों को हिम बस कार्ड बनवाने में मदद मिल सके। उन्होंने यह भी बताया कि छात्रों को स्वयं भी एचआरटीसी के नामित हिम बस पास काउंटरों से ऑनलाइन आवेदन और कार्ड जेनरेट करने की प्रक्रिया के बारे में मार्गदर्शन दिया जाएगा।

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