Shimla Landslide: शिमला में लगातार 30 घंटे बरसे मेघ, सड़कों पर गिरे पेड़ों ने बढ़ाई मुसीबत, मलबे में दबे वाहन
Himachal Pradesh Rain शिमला में लगातार 30 घंटे से हो रही भारी बारिश के कारण बुधवार सुबह कई स्थानों पर पेड़ गिर गए और सड़कों पर मलबा आ गया जिससे यातायात बाधित हो गया। न्यू शिमला और दुधली में सड़कें बुरी तरह प्रभावित हुईं। नगर निगम और लोक निर्माण विभाग की टीमों ने मौके पर पहुंचकर रास्तों को खुलवाया।

जागरण संवाददाता, शिमला। Himachal Pradesh Rain, पिछले लगभग 30 घंटे से हो रही बारिश के बाद बुधवार की सुबह शिमला शहर के विभिन्न स्थानों पर पेड़ धराशायी हो गए। मलबा सड़कों पर आने से वाहनोें की आवाजाही बंद हो गई। बुधवार सुबह बारिश के बाद न्यू शिमला में रास्ते में मलबा आ गया। दुधली में भारी मात्रा में मलबा व पेड़ आने से सड़क तीन से चार स्थानों में पूरी तरह से बंद हो गई। 10 बजे तक यहां पर कोई बस भी नहीं पहुंच सकी।
स्थानीय लोगों को अपने स्कूल कालेज तक पहुंचने के लिए तीन से चार जगह पर मलबा व पेड़ों को क्रास करके लक्कड़ बाजार तक पहुंचना पड़ा। लक्कड़ बाजार में भी पेड़ और मलबा आने से नुकसान हुआ। यहां पर भी कुछ समय के लिए रास्ता बंद रहा। न्यू शिमला में मलबा आने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
होटल होलीडे होम के नीचे मलबा आने व पेड़ गिरने से रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया। इसे खोलने के लिए काफी समय लगा। विकास नगर पेट्रोल पंप और बीसीएस के नाले के पास भी मलबा आने से सड़क पर यातायात बाधित रहा। टुटू में मलबा व पेड़ आने से तीन वाहन इसकी चपेट में आ गए। नगर निगम व लोक निर्माण विभाग की टीमों ने मौके पर आकर रास्ते को तुरंत ही खोल दिया। लोगों को इस दौरान परेशानी का सामना करना पड़ा।
तारों पर लटके पेड़ को बस पर खड़े होकर काटा, बस पर पेड़ गिरने की फोटो कर दी वायरल
संजौली और नवबहार के बीच तारों में लटक गया। इस पेड़ को काटने के लिए बाद में सरकारी बस का सहारा लिया। इस दौरान खीचें गए फोटों से यहीं लगा कि बस पर पेड़ गिरा, लेकिन तारों से बच गया। बुधवार को सुबह साढे आठ बजे संजौली से जतोग से लिए निकली बस में 40 यात्री सवार थे। इस बस को पेड़ काटने के लिए लगाया गया। इससे पहले ही सभी सवारियों को उतार दिया था। बस में सेवारत चालक और परिचालक ने बताया कि पेड़ आगे गिर चुका था। इसे काटने के लिए बस को आगे लाया इसकी टहनियां काटी गई और उसके बाद बस को वहां से निकाल कर पूरा पेड़ रास्ते से किनारे किया और सड़क को बोल किया जा सका।
लिफ्ट में भरा पानी, कर्मचारियों ने भारी मशक्कत कर निकाला
सकुर्लर सड़क से मालरोड को आने वाली लिफ्ट में भी पानी भर गया। कर्मचारियों ने भारी मशक्कत के बाद इसे निकाला। पानी को निकालने के लिए पहले पंप की व्यवस्था की। इसके बाद इसे खाली किया गया। इस दौरान यहां पर सैलानियों व स्थानीय लोगों को प्रवेश नहीं दिया गया।
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