Shimla Landslide Updates: हिमाचल में बादल फटने और भूस्खलन से तबाही, अब तक 41 लोगों की मौत; करोड़ों का नुकसान
Heavy Rain in Himachal Pradesh Updates: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन जैसी स्थिति बन गई है। राज्य में ब्यास नदी उफान पर है। शिमला के समरहिल इलाके के शिव मंदिर में बड़ा (Shiv Temple Collapsein Summer Hill) हादसा हुआ, जिसमें 25 से 30 लोगों के दबे होने की आशंका (More than 30 Devotees Buried in Shiv Temple) जताई जा रही है।

Shimla Landslide Updates: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ के कारण 29 लोगों की मौत होने की जानकारी है। पिछले 3 दिनों से प्राकृतिक आपदा से घिरे मंडी जिला में 13 लोगों की मौत हुई। इसके बाद सोलन जिला में सात लोगों की मौत होने की सूचना है। प्रदेश में तबाही की स्थिति लगातार बनी हुई है।
वहीं, शिमला के समरहिल इलाके के शिव मंदिर में भूस्खलन की वजह से बड़ा (Shiv Temple Collapse in Summer Hill)हादसा हुआ, जिसमें 25 से 30 लोगों के दबे होने की आशंका (More than 30 Devotees Buried in Shiv Temple) जताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, मंदिर पर पहाड़ टूटकर गिर पड़ा, जिसके बाद मलबे में करीब 30 लोग दब गए।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने भी घटनास्थल का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि मंदिर के अंदर अभी भी 20-25 लोगों के फंसे होने की आशंका है। उन्होंने आगे कहा," ध्वजारोहण किया जाएगा, स्वतंत्रता दिवस पर राजभवन में 'एट-होम' कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है।"
मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अगले 24 घंटों तक मानसून इसी प्रकार सक्रिय रहेगा। राज्य के अधिकांश भागों में भारी वर्षा का क्रम जारी रहने से नदियां, नाले व खड्डे उफान पर रहेंगे। चंडीगढ़-शिमला फोरलेन चक्की मोड वाहनों के लिए बाधित है।
बादल फटने से घरों में घुसा मलवा
धर्मपुर की तनयाहड पंचायत के नल्याणा में मकान में मलवाल प्रवेश कर जाने की वजह से तीन लोगों के दबने की सूचना है। वहीं, नाहन के कंडईवाला में रविवार देर शाम को बादल फटने से 50 घरों में मलबा भर गया है।
धुंध के आगोश में कई क्षेत्र
चुराह, सलूनी सहित जिला का पहाड़ी क्षेत्र पूरी तरह से धुंध के आगोश में है। उधर जिला प्रशासन ने खराब मौसम में लोगों से घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। साथ ही वाहन चालकों को भी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वाहन ले जाने की बात कही है।
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने और भूस्खलन के कारण सोमवार को 40 लोगों की मौत हो गई। जबकि 37 लोग अभी भी लापता हैं। शिमला के समरहिल में शिव बाड़ी मंदिर पर भूस्खलन में दबे पांच लोगों के शवों के निकाल दिया है। जबकि 25 से 30 लोगों के दबे होने की आशंका है। छह लोग घायल हो गए हैं, जिनका उपचार किया जा रहा है। संभावना है कि कुछ लोग सुरक्षित हैं। लोगों को निकालने का काम जारी है।
जिला कांगड़ा के पुलिस थाना फतेहपुर के तहत पड़ती पंचायत ठेहड़ का करीब 11 बर्षीय लडके की खड्ड के तेज बहाव में बहने से मौत हो गई। जानकारी अनुसार 11 वर्षीय आदर्श रविवार घर से भैंसे चराने निकला था जोकि लापता हो गया था। सोमवार सुबह उसका शव फतेहपुर में खड्ड के किनारे पड़ा मिला

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से हुई तबाही पर चिंता जाहिर करते हुए देश के गृह मंत्री अमित शाह ने X (ट्वीट) के जरिए लिखा," हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भारी वर्षा और भूस्खलन से हुई जनहानि अत्यंत दुःखद है। NDRF की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ राहत व बचाव कार्यों में लगी हैं।
उन्होंने आगे लिखा,"शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ। ईश्वर उन्हें यह दु:ख सहने की शक्ति दें। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं"
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश की वजह से केदारनाथ-बदरीनाथ, गंगोत्री समेत चारों धामों की यात्रा को स्थगित किया गया है। दो दिनों के लिए चार धाम की यात्रा को स्थगित किया गया है।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने खराब मौसम की वजह से ये फैसला लिया है। भूस्खलन की वजह से बदरीनाथ, गंगोत्री-यमुनोत्री हाइवे भी बंद है।
भूस्खलन की चपेट में आए शिव मंदिर से अब कुछ लोगों के जिंदा निकलने की उम्मीद हैl मंदिर के सारी हॉल के निचली मंजिल से लोगों की आवाज आई l इस मामले में उनसे संपर्क करने और उन तक पहुंचने के लिए एसडीआरएफ ने ऑपरेशन शुरू कर दिया है l

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से बातचीत की। उन्होंने राज्य में भारी बारिश की वजह से हुई तबाही के सिलसिल में बातचीत की। उन्होंने राज्य में बादल फटने और भूस्खलन से हुए नुकसान की जानकारी ली है। इसके अलावा, भाजपा अध्यक्ष ने हिमाचल प्रदेश को हर तरह से पूरा सहयोग देने का वादा किया।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में आज (14 अगस्त) होने वाली क्लासेस और सभी परीक्षाओं को रद्द कर दिया है। अधिसूचना जारी करते हुए जानकारी दी गई कि राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थान 14 अगस्त को बंद रहेंगे।
शिमला के समर हिल में शिव मंदिर ढहने से अभी तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक, अभी तक मंदिर के अंदर से नौ शव बाहर निकाले जा चुके हैं। वहीं. 25 से लेकर 30 लोग अभी भी मंदिर के अंदर फंसे हो सकते हैं।
हिमाचल में बाढ़ और भूस्खलन के मद्देनजर सीएम सुक्खू ने राज्य की जनता से अपील की है कि लोग बेवजह घर से बाहर न निकलें। वहीं, उन्होंने हिमाचल की जनता से अपील की है कि लोग नदी-नालों के निकट न जाएं। इसके अलावा लोग फिसल वाले इलाकों से दूर रहें।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने भी घटना स्थल का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि मंदिर के अंदर अभी भी 20-25 लोगों के फंसे होने की आशंका है। उन्होंने आगे कहा," ध्वजारोहण किया जाएगा, स्वतंत्रता दिवस पर राजभवन में एट-होम कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है।"
Himachal Pradesh Governor Shiv Pratap Shukla at landslide incident site in Shimla where 20-25 people are feared trapped
— ANI (@ANI) August 14, 2023
"Flag hoisting will be done, 'At-Home' event at Raj Bhawan on Independence Day stands postponed," the Governor says. pic.twitter.com/SojhkvVktB
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में नदी उफान पर बह रही है।
#WATCH | River flowing in full spate along road to Prashar Lake in Mandi district of Himachal Pradesh pic.twitter.com/01MxFkRmC6
— ANI (@ANI) August 14, 2023
शिमला के समर हिल इलाके में भूस्खलन की घटना पर हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह,"एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना बचाव अभियान चलाने और लोगों की जान बचाने के लिए मौके पर मौजूद हैं। मैंने मंडी में अपना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिया है। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम हमेशा की तरह चलेगा लेकिन हमारी प्राथमिकता फंंसे लोगों को बचाना है।

शिमला के शिव मंदिर ढहने की वजह से करीब 9 लोगों की मौत हो गई है। इस मामले पर सीएम ने X (ट्वीट) के जरिए अपनी चिंता करते हुए कहा,"प्रलय रूपी बारिश के कारण शिमला में समरहिल के समीप शिव मंदिर के पास भूस्खलन हुआ है।जिससे काफी लोग दब गए हैं। कुछ लोगों की दुःखद मृत्यु हुई है।"
उन्होंने आगे लिखा," मैं खुद घटनास्थल पर मौजूद हूं । युद्ध स्तर पर बचाव कार्य हो रहा है। मलबे के नीचे दबे लोगों को बचाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं ।"
#WATCH | Himachal Pradesh CM Sukhvinder Singh Sukhu inspects the situation on the spot of landslide in Summer Hill area of rain-hit Shimla pic.twitter.com/ZfLlp4FOqm
— ANI (@ANI) August 14, 2023
हिमाचल के मंडी जिले में भारी बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। बाढ़ और भूस्खलन की वजह से 3 जिले में तीन लोगों की मौत हो गई है। बता दें कि मंडी के थट्टा गांव में बादल फटने की वजह से एचआरटीसी की बस बह गई। वहीं, मंडी शहर के पुराने पुल के पास घरों और दुकानों को खाली करवा दिया गया।

भूस्खलन की चपेट में आए शिमला के शिव मंदिर पर चिंता जाहिए करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने X(ट्वीट) किया है। उन्होंने लिखा," शिमला से दुखद खबर सामने आई है, जहां भारी बारिश के कारण समर हिल में "शिव मंदिर" ढह गया। अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं। स्थानीय प्रशासन उन लोगों को बचाने के लिए मलबे को हटाने के लिए तत्परता से काम कर रहा है जो अभी भी फंसे हो सकते हैं। ओम शांति।

शिमला में भूस्खलन की वजह से समरहिल के पास मौजूद एक मंदिर ढह गया। मंदिर में कम से कम 25-39 लोगों के फंसे होने की सूचना है। जानकारी के मुताबिक, मंदिर पर पहाड़ टूटकर गिर पड़ा, जिसके बाद मलबे में करीब 30 लोग दब गए।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू समरीन भी शिव मंदिर मौके का जायजा लेने के लिए पहुंचे हैं। सीएम ने जानकारी दी कि मंदिर से नौ शव निकाले गए हैं।

प्रदेश में लगातार हो रही तेज बारिश और भूस्खलन पर चिंता जाहिए करते हुए हिमाचल प्रदेश ने अपने X (ट्वीटर) हैंडल के जरिए चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा, "हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर त्रासदी हुई है, पिछले 48 घंटों से लगातार बारिश हो रही है। राज्य के विभिन्न हिस्सों से बादल फटने और भूस्खलन की खबरें सामने आई हैं, जिससे बहुमूल्य जान-माल का नुकसान हुआ है। मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे फिसलन वाले क्षेत्रों से बचें और जल निकायों से दूर रहें।"
हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में सोमवार सुबह 8.30 बजे तक काफी तेज बारिश हुई है।
कांगड़ा में 24 घंटों के अंदर 273 मिमी बारिश हुई।
शापुर में 24 घंटों के अंदर 231 मिमी बारिश हुई।
मंडी (एडब्ल्यूएस) में 24 घंटों के अंदर 124.5 मिमी बारिश हुई।
शिमला में 24 घंटों के अंदर 108.5 मिमी बारिश हुई।
मंडी में 24 घंटों के अंदर 138 मिमी बारिश हुई।
सुंदरनगर में 24 घंटों के अंदर 168 मिमी बारिश हुई।

सुजानपुर में मलबे के नीचे दबी मृतक महिला के परिजनों को सुजानपुर प्रशासन की ओर से ₹25000 राहत राशि प्रदान की गई है। उपमंडल अधिकारी राकेश शर्मा तहसी लदार अशोक पठानिया ने जानकारी देते हुए बताया कि अंजू देवी पत्नी राकेश कुमार गांव ढाती नेपाल की रहने वाली थी एकाएक ड्डगे का मलबा इनके किराए के मकान के ऊपर आ गया।
इसके बाद तुरंत राहत एवं बचाव कार्य करते हुए परिवार के अन्य आठ सदस्यों को बचा लिया गया है जबकि महिला को बाहर निकालने के बाद सिविल अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसने अपने प्राण त्याग दिए
शिमला में भूस्खलन की वजह से एक मंदिर ढह गया। मंदिर में कम से कम 25-30 लोगों के फंसे होने की सूचना है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने जानकारी दी है कि अगले दो दिनों के दौरान हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
उत्तराखंड के चमोली जिले के पीपलकोटी में बादल फटने की खबर है। भारी बारिश की वजह से चमोली के पीपलकोटी में कई गाड़ियां बह गई। नगर पंचायत पीपलकोटी का कार्यालय पूरी तरह मलबे के ढेर में बदल गया।
ब्यास और उसकी सहायक नदियां उफान पर है। जिला प्रशासन ने लोगों को बाहर न निकलने और ब्यास नदी के किनारे और नालों के पास नहीं जाने का अनुरोध किया है।

शिमला में भूस्खलन की वजह से एक मंदिर ढह गया। मंदिर में कम से कम 10 लोगों के फंसे होने की सूचना है।
शिव बॉडी मंदिर में दबे लोगों के नाम
मोंटू पुत्र जयंत
नीरज पुत्र शांति स्वरूप संजू पुत्र मोहन
हरीश वकील और उनका परिवार
पवन शर्मा के परिवार के सात लोग
शंकर नेगी पंडित राजेश सुमन
अविनाश पीटीआई बालु स्कूल
ब्यास नदी व सुकेती खड्ड के पानी में डूबा पंचवक्त्र मन्दिर#himachalrains #himachalheavyrains pic.twitter.com/q8QYmdajX0
— Himani Sharma (@hennysharma22) August 14, 2023

बाढ़ और भूस्खलन की वजह से मंडी में 13 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, भूस्खलन की वजह से कई घरों में मलबे भर गया है।

धर्मपुर में मलबे की चपेट में आई बुजुर्ग रैनकू देवी। बता दें कि बाढ़ और भूस्खलन की वजह से दो लोगों की मौत हो गई है।
भारी बारिश और बादल फटने की वजह से हमीरपुर की अनु पंचायत में एक मंजिला मकान जमीन दोज हुआ। गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। वहीं, बादल फटने से केएमसी कम्पनी के चार मजदूर मलबे में दब गए, जिसकी वजह से एक बुजुर्ग और बच्ची की मौत हो गई।

हिमाचल के मंडी में एचआरटीसी मंडी डिपो की बस (HP 65A 0139) बादल फटने के बाद मलबे के साथ बह गई l बस शिवा बदार के थटटा में खड़ी थी। गनीमत है कि ड्राइवर और कंडक्टर सुरक्षित हैं l
शिमला के एसपी ने जानकारी दी कि भूस्खलन की वजह से एक मंदिर ढह गया, जिससे आसपास की इमारतों को खतरा पैदा हो गया। भूस्खलन की वजह से कई लोग फंसे हुए हैं।
पठानकोट मंडी फोरलेन में 32 मील के पास पहाड़ी से मलबा एंव भूस्खलन के कारण फोरलेन से वाहनों के आवाजाही बन्द हो गई है।
राज्य के कई जिलों में भारी बारिश की वजह से बाढ़ और भूस्खलन के चपेट में आकर कई लोगों की मौत हो गई है। धर्मपुर के एसडीएम राजेंद्र गौतम ने जानकारी दी कि जिले में दो लोगों की मौत हो गई है। प्रभास राणा की मौत हुई है,राकेश कुमार, रीता देवी सुरक्षित हैं।
बताया जा रहा है की ये अपने पड़ोसी राजकुमार के घर गए थे समान निकालने गए थे। ऊपर से मलबा और चट्टान आने के कारण उसकी चपेट में आ गए। प्रभास को अस्पताल ले जाया जा रहा था लेकिन रास्ते बंद होने के कारण समय पर नहीं पहुंच पाए। जिस कारण रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया।
सोलन के जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कंडाघाट उपमंडल ने जानकारी दी कि जादोन गांव में बादल फटने की वजह से दो घर और एक गौशाला बह गई।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोलन जिले के जादोन गांव में बादल फटने से सात लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट किया, "हमने अधिकारियों को इस कठिन अवधि के दौरान प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता और समर्थन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।"
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से ब्यास नदी उफान पर है। सोलन के जादोन गांव में बादल फटने से सात लोगों की मौत और लोग तीन लोग लापता हो गए हैं।
#UPDATE | Death toll rises to seven when two more bodies were recovered after an incident of cloudburst was reported at Jadon village of Kandaghat sub division in Solan, Himachal Pradesh
— ANI (@ANI) August 14, 2023