राज्यपाल ने ग्रेट वाल आफ शिमला का किया लोकार्पण
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने वीरवार को ग्रेट वाल आफ शिमला का उद्घाटन किया।
जागरण संवाददाता, शिमला : राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने वीरवार को यहा वेस्ट टू वेल्थ इनिशिएटिव' के अंतर्गत आर्किड शिमला की बनाई कलाकृति 'ग्रेट वाल आफ शिमला' का लोकार्पण किया। राज्यपाल ने कहा कि आर्किड शिमला ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक नई शुरुआत की है। ग्रेट वाल आफ शिमला के माध्यम से व्यर्थ सामग्री का कलात्मक तरीके से उपयोग करके पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है।
उन्होंने कहा कि हमारे त्योहारों का आयोजन भी पर्यावरण को ध्यान में रखकर किया जाता है। भारतीय संस्कृति में वृक्षों की पूजा की जाती है। आज पूरा विश्व हमारे विचारों, परंपराओं और संस्कृति को अपना रहा है, इसलिए हमें अपनी समृद्ध संस्कृति का संरक्षण करना चाहिए। इस तरह की पर्यावरण अनुकूल परियोजनाओं से लोगों की मानसिकता बदलेगी और हिमाचल देश का पहला राज्य होगा, जहा लोग पर्यावरण संरक्षण के बारे में अधिक जागरूक होंगे।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण, पर्यटन और विकास एक-दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने आर्किड शिमला के प्रयासों की भी सराहना की। इस अवसर पर अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डा. विट्ठल वेंकटेश कमंत ने राज्यपाल का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि उनका दृष्टिकोण हरित जीवन को प्रोत्साहित करना है। लेडी गवर्नर अनघा आर्लेकर और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे। ऐसे बनी है ग्रेट वाल आफ शिमला
ग्रेट वाल आफ शिमला लगभग पांच लाख अपशिष्ट बोतलों के ढक्कन और कार्बन मुक्त रिसाइक्लड प्लास्टिक का उपयोग करके लगभग 275 फीट लंबा और 15 फीट ऊंचा सबसे बड़ा भित्ति चित्र बनाया गया है। इस भित्ति चित्र को स्कूली बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों और शिमलावासियों द्वारा बनाया गया है।