Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हिमाचल के लोगों के लिए खुशखबरी! नवंबर में HRTC के बेड़े में शामिल होंगी 297 ई-बसें

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 10:15 AM (IST)

    हिमाचल पथ परिवहन निगम को जल्द ही 297 नई ई-बसें मिलेंगी। निगम की तकनीकी टीम ने हैदराबाद में बसों के ढांचे का निरीक्षण किया। नवंबर में पहली खेप मिलने की उम्मीद है जिससे 80-100 बसें मिल सकती हैं। कंपनी अगले 12 वर्षों तक बसों की मरम्मत भी करेगी। बसों की लागत 1.71 करोड़ रुपये है जिसमें वार्षिक मरम्मत लागत भी शामिल है।

    Hero Image
    एचआरटीसी को नवंबर में ई-बसों से मिलेगी ताकत। फाइल फोटो

    अनिल ठाकुर, शिमला। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) को 297 नई ई-बसें जल्द प्राप्त होंगी। निगम की तकनीकी टीम हाल ही में हैदराबाद गई थी, जहां उसने बसों के ढांचे और अन्य तकनीकी पहलुओं का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने टेंडर में निर्धारित शर्तों के अनुसार बसों का निर्माण सुनिश्चित किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कंपनी नवंबर में बसों की पहली खेप भेजने की योजना बना रही है, जिससे एचआरटीसी को 80 से 100 नई बसें मिल सकती हैं। पिछले दो वर्षों से बसों की खरीद प्रक्रिया चल रही थी जिसमें निगम को बार-बार टेंडर जारी करने पड़े। कंपनी अगले 12 वर्षों तक बसों की मरम्मत का कार्य भी करेगी।

    यह एक महत्वपूर्ण कारण है कि बसों की लागत में वृद्धि हुई है। अब बसों की वार्षिक मरम्मत लागत (एएमसी) का कार्य भी संबंधित कंपनी करेगी। निगम ने टेंडर में इसका प्रविधान किया है। यदि बस रूट पर खराब हो जाती है तो संबंधित कंपनी के मैकेनिक इसी मरम्मत करने के लिए पहुंचेंगे। कंपनी इसके लिए अपने मैकेनिक रखने की व्यवस्था भी करेगी।

    बसों की बैटरी बदलने और खराब होने पर इसके निस्तारण की जिम्मेदारी कंपनी की ही रहेगी। बसों की लागत 1.25 करोड़ रुपये है लेकिन एएमसी शर्तों से बस 1.71 करोड़ रुपये में पड़ेगी, लेकिन निगम को लाभ मिलेगा क्योंकि बसें खराब होने की सूरत में कंपनी को ज्यादा खर्च वहन करना पड़ रहा है। पहले निगम के पास जो ई-बसें थीं, उनमें यह प्रविधान नहीं था। ज्यादातर पार्ट्स चीन से आ रहे हैं। बसों के अंदर पैनिक बटन, स्वचालित दरवाजे, एसी आदि की व्यवस्था भी होगी।

    एचआरटीसी के बेड़े में 677 बसें शामिल होंगी

    एचआरटीसी के बेड़े में 677 नई बसें शामिल की जाएंगी। निदेशक मंडल से इन बसों की खरीद की मंजूरी मिल चुकी है। इनमें 327 ई-बसें (297 टाइप-1 व 30 टाइप-2), 250 साधारण बसें व 100 मिनी बसें खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। टाइप-1 बसें 150 से 200 व टाइप-2 बसें 300 किलोमीटर तक एक बार चार्ज होने पर चल सकेंगी।

    अभी यह है परिवहन निगम की बसों की स्थिति

    3,087 कुल बसें

    98 हिमसुत्ता सुपर लग्जरी बसें

    110 ई-बसें

    30 हिममणि डीलक्स बसें

    50 हिम धारा एसी सामान्य बसें

    2,799 सामान्य बसें

    बसों की चार्जिंग में 90 से 120 मिनट लगेंगे

    निगम जो बसें खरीद रहा है, उसकी बैटरी चार्ज करने के बाद ई-बस 190 से 200 किलोमीटर सफर करेगी। बसों को चार्ज करने में 90 से 120 मिनट का समय लगता है। नई बसों में फास्ट चार्जिंग की सुविधा का दावा किया जा रहा है।

    • 1.71 करोड़ रुपये से खरीदी जा रही एक इलेक्ट्रिक बस।
    • 80 से 100 नई बसें मिल सकती हैं पहली खेप में निगम को।
    • 297 नई ई-बसें होनी हैं एचआरटीसी के बेड़े में शामिल।

    40 ई-चार्जिंग स्टेशन बनाए जा रहे: मुकेश

    उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बसों के आगमन से पूर्व सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं। राज्य में बस अड्डों और वर्कशाप में 40 नए ई-चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं। एचआरटीसी में बसों की भारी कमी है और सभी डिपुओं से बसों की मांग की जा रही है।

    सरकार ने पिछले तीन वर्ष में 35 ई-बसें खरीदी

    एचआरटीसी ने पिछले तीन वर्ष में 35 ई-बसों की खरीद की है। ये बसें विभिन्न डिपुओं में चल रही हैं। इनसे 1400 लीटर डीजल की खपत प्रति माह हो रही है। इसके अलावा प्रदूषण में भी कमी आई है।

    परिवहन निगम के बेड़े में तीन साल में 100 से ज्यादा बसें शामिल हुई हैं। हालांकि इनकी खरीद की प्रक्रिया पिछली भाजपा सरकार के समय से भी चली हुई थी।