हिमाचल के लोगों के लिए खुशखबरी, बसों में अब कैशलैस होगा सफर; नई ई टिकटिंग मशीनों का हैडक्वार्टर में ट्रायल शुरू
हिमाचल प्रदेश के लोग अब बसों में कैशलैस सफर कर सकेंगे। एचआरटीसी ने इसके लिए नई हाईटैक ई टिकटिंग मशीनें खरीदी है। एचआरटीसी के शिमला स्थित निगम मुख्यालय में इन मशीनों का ट्रायल शुरू हो गया है। इसमें देखा जा रहा है कि पेमेंट के दौरान कोई दिक्कत पेश तो नहीं आ रही है। मशीनों की टेस्टिंग हो रही है। इसके बाद ये मशीनें डिपुओं को भेजी जाएगी।

जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की बसों में जल्द ही कैशलैस सफर होगा। एचआरटीसी ने इसके लिए नई हाईटैक ई टिकटिंग मशीनें खरीदी है। एचआरटीसी के शिमला स्थित निगम मुख्यालय में इन मशीनों का ट्रायल शुरू हो गया है। इसमें देखा जा रहा है कि पेमेंट के दौरान कोई दिक्कत पेश तो नहीं आ रही है।
मशीनों की हो रही टेस्टिंग
मशीनों की टेस्टिंग हो रही है। इसके बाद ये मशीनें डिपुओं को भेजी जाएगी। इसी सप्ताह शिमला लोकल व तारादेवी डिपो में इसे शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद प्रदेश के सभी डिपो में नई ई-टिकटिंग मशीनें उपलब्ध करवाई जाएंगी।
कैशलेस भुगतान की सुविधा शुरू करने के लिए एचआरटीसी ने 4,500 एंड्रॉयड टिकटिंग मशीनें खरीदी हैं। ई-टिकटिंग मशीनों के जरिये यात्री यूपीआई के अलावा गूगल पे, पेटीएम, फोन पे या भीम एप से भी किराये का भुगतान कर सकेंगे।
क्यूआर कोड स्कैन कर होगा डिजिटल भुगतान
क्यूआर कोड स्कैन कर डिजिटल भुगतान भी कर सकेंगे। एचआरटीसी के खाते में पैसा आते ही मशीन टिकट बनाकर देगी। यात्री के बैंक खाते से पैसा सीधे एचआरटीसी के खाते में जमा होगा। इससे खुले पैसे की समस्या भी हल हो जाएगी। नई ई-टिकटिंग मशीन में किराये के भुगतान के तीन विकल्प मौजूद होंगे।
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बसों में उपलब्ध कराई जाएगी सुविधा
यात्री क्यूआर कोड स्कैनिंग, एटीएम कार्ड स्वैपिंग या नकदी देकर किराये का भुगतान कर सकेंगे। निगम की वोल्वो, विद्युत चालित, एसी, नॉन एसी, सुपर फास्ट और साधारण सभी श्रेणी की बसों में यह सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। 2010 में एचआरटीसी ने बसों में यात्रियों को मैनुअल टिकटें जारी करने के स्थान पर टिकटिंग मशीनों का प्रयोग शुरू किया था।
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