सरकारी अस्पतालों में 52 तरह के टेस्ट निशुल्क होंगे
बीमारियों का समय पर पता चले और मृत्यु दर में कमी लाने के लिए प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में 52 तरह के टेस्ट निशुल्क होंगे।
शिमला, जेएनएन। बीमारियों का समय पर पता चले और मृत्यु दर में कमी लाने के लिए प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में 52 तरह के टेस्ट निशुल्क होंगे। इस योजना से प्रदेश के करीब 72 लाख लोगों को खून की जांच से संबंधित टेस्ट निशुल्क करवाने का लाभ मिलेगा। जयराम सरकार जल्द ही हिमाचल में फ्री डायग्नोस्टिक सर्विस स्कीम शुरू करने जा रही है। अभी ऐसे टेस्ट करवाने के लिए दस से दो हजार रुपये चुकानी पड़ते हैं। यह सुविधा प्रदेश के मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों के साथ जोनल अस्पतालों, जिला अस्पतालों और सीएचसी में मिलेगी।
इस योजना में अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, ईसीजी, किडनी, लीवर, शुगर आदि से लेकर खून की जांच से संबंधित सभी टेस्ट निशुल्क होंगे। अभी अस्पतालों में बीपीएल और आइआरडीपी मरीजों के अलावा गर्भवती महिलाओं, कैंसर, एचआइवी व एड्स के मरीजों को यह सुविधा दी जा रही है। कहां-कहां मिलेगा लाभ योजना दो चरणों में शुरू होगी। पहले चरण में निशुल्क टेस्ट सुविधा मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों और उन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में होगी जहां प्रयोगशालाएं हैं। जहां प्रयोगशाला नहीं हैं वहां तैनात स्वास्थ्य कर्मचारी मरीजों के सैंपल नजदीकी केंद्रों में ले जाकर रिपोर्ट उपलब्ध कराएंगे।
यह टेस्ट होंगे
निशुल्क मलेरिया, कंप्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी), ब्लड ग्रुप, टोटल रेड ब्लड सेल काउंट, प्लेटलेट्स काउंट, पैकेड सेल वेल्यूम, प्रोथ्रोमबिन टाइम टेस्ट, सेल काउंट, ब्लड शुगर, ब्लड यूरिया, सीरम, क्रिटनाइन, एसजीओटी, एसडीपीटी, एल्ब्यूमिन, प्रोप्रोनिन आदि टेस्ट निशुल्क होंगे।
प्रदेश के अस्पतालों में 52 प्रकार के टेस्ट निशुल्क होंगे। यह सुविधा सीएचसी स्तर के अस्पतालों में मिलेगी। हर मरीज के लिए यह व्यवस्था होगी। जल्द ही इसे शुरू कर दिया जाएगा। -विपिन परमार, स्वास्थ्य मंत्री हिप्र।
118 अस्पतालों में एक्स-रे सेवाएं निशुल्क मिलेंगी
प्रदेश में 118 अस्पतालों में एक्स-रे सेवाएं निशुल्क मिलेंगी। इनमें से 80 अस्पतालों में यह सुविधा शुरू कर दी है। क्रस्ना डॉयगनोस्टिक के साथ सरकार ने समझौता किया है। इसके तहत कैंसर, टीबी, एचआइवी, एड्स, गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों, दुर्घटना से प्रभावित, 60 वर्ष से अधिक आयु, 18 वर्ष से कम आयुवर्ग के बच्चे, 40 फीसद से अधिक दिव्यांग, सभी गर्भवती महिलाओं निशुल्क प्रदान की जा रही हैं। यह बात स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने शुक्रवार को शिमला में एक्स-रे टेली-रेडियोलॉजी मीट के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि टेलीमेडिसन परियोजना के माध्यम से भरमौर, किन्नौर, सिराज जैसे दुर्गम क्षेत्रों के लोगों को विशेषज्ञ स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
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