हिमाचल में 1470 रुपये की खाद की बोरी बढ़कर हुई 1900 रुपये, किसान परेशान
किसानों के लिए बुरी खबर है, खाद की बोरी की कीमत 1470 रुपये से बढ़कर 1900 रुपये हो गई है। इस मूल्य वृद्धि से किसानों पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा, क्योंकि उनकी खेती की लागत में वृद्धि होगी। किसान सरकार से राहत की उम्मीद कर रहे हैं।

खाद की कीमतों में भारी वृद्धि, किसान परेशान
राज्य ब्यूरो, शिमला। एनपीके यानी नाईटोजन, पोटाशियम और फास्फोरस की 50 किलोग्राम की एक बोरी, जिसकी कीमत पूर्व में 1470 रुपये थी, मध्य-पूर्व क्षेत्र की वर्तमान परिस्थितियों के कारण इस वर्ष बढ़कर 1900 रुपये हो गई है। इसलिए वैकल्पिक खाद उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
ये बात उप-मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने खाद-उर्वरक उपलब्धता की समीक्षा को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उर्वरकों की समयबद्ध उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी ताकि उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
बैठक में यह जानकारी दी गई कि पारंपरिक रासायनिक उर्वरकों जैसे यूरिया (46 प्रतिशत नाइट्रोजन) तथा नाइट्रोजन, पोटाशियम, फॉस्फ़ोरस (एनपीके) 12: 32: 16 के विकल्प के रूप में नैनो यूरिया (20 प्रतिशत नाइट्रोजन) और नैनो डीएपी (8 प्रतिशत नाइट्रोजन, 16 प्रतिशत पोटाशियम) की आपूर्ति की जा रही है।
इन विकल्पों से पारंपरिक रासायनिक उर्वरकों के दुष्प्रभावों को कम करने में सहायता मिलेगी। हिमफेड द्वारा एनपीके 12:32:16 के स्थान पर एनपीके 16:16:6 भी उपलब्ध करवाया जा रहा है।

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