Earthquake in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में भूकंप के झटके, घर से निकले लोग
हिमाचल प्रदेश में मंगलवार देर रात करीब 10 बजकर 18 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटकेहिमाचल प्रदेश के कई जिलों में महसूस किए गए हैं। राजधानी शिमला सोलन और मंडी समेत प्रदेश के कई क्षेत्रों में इस दौरान लोग घरों से बाहर निकल आए।
शिमला, डिजिटल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में मंगलवार देर रात करीब 10 बजकर 18 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटकेहिमाचल प्रदेश के कई जिलों में महसूस किए गए हैं। राजधानी शिमला, सोलन और मंडी समेत प्रदेश के कई क्षेत्रों में इस दौरान लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। हिमाचल में भूकंप के झटके दो से तीन बार महसूस किए गए। हालांकि भूकंप से किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है।
प्रदेश के सभी जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। ये झटके एक के बाद एक दो से तीन बार महसूस किए गए। भूंकप मंगलवार देर रात 10:17 बजे आया। इसका केंद्र हिंदुकुश में जमीन से 156 किलोमीटर नीचे था। भूकंप की तिव्रता रिकटर पैमाने पर 5 से 6.6 मापी गई। कई स्थानों पर लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
विशेष सचिव राजस्व सुधीर गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में भूकंप के कारण किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुई है। हिमाचल प्रदेश भूकंप के लिए अति संवेदनशील है और इसे जाेन चार और पांच में रखा गया है। लगातार भूकंप के झटके आने से बड़े झटकों की संभावना कम हो जाती हैं। इससे फायदा ही होता है। इसके कारण किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
क्यों आता है भूकंप
पूरी धरती 12 टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। ये प्लेटें 30 से 50 किलाेमीटर तक नीचे हैं। इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है। ये प्लेटें इसी लावे पर तैर रही हैं। ये प्लेटें बेहद धीरे-धीरे घूमति रहती हैं। हर साल 4-5 मिमी अपने स्थान से खिसक जाती हैं। कोई प्लेट दूसरी प्लेट के निकट जाती है तो कोई दूर हो जाती है। ऐसे में कई बार ये आपस में टकरा भी जाती हैं। और इनके टकराने से ऊर्जा निकलती है जिसे भूकंप कहते हैं। भूंकप का केंद्र वह स्थान होता है जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय उर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है।