Himachal News: सहकारी बैंक से 11 करोड़ ठगी मामले में दिल्ली सीईआरटी टीम ने खंगाला रिकॉर्ड, डाटा सेंटर समरहिल से जुटाए सबूत
हिमाचल प्रदेश सहकारी बैंक में 11.55 करोड़ रुपये की साइबर ठगी की जांच दिल्ली सीईआरटी और साइबर कमांडो कर रहे हैं। टीम ने डाटा सेंटर में जांच की और आईपी एड्रेस का पता लगाया। 50% राशि होल्ड पर है। हैकरों ने छुट्टियों में इस घटना को अंजाम दिया जिसके बाद पुलिस में मामला दर्ज किया गया। साइबर क्राइम एक्सपर्ट भी जांच में शामिल हैं।

राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश सहकारी बैंक का सर्वर हैक कर 11.55 रुपये की ठगी मामले को लेकर सोमवार को दिल्ली सीईआरटी की टीम और साइबर कमांडों ने जांच की। करीब तीन घंटे की जांच के दौरान बैंक के डाटा सेंटर समरहिल के सांगटी सबूत जुटाए। हैकरों द्वारा पैसे निकालने के लिए इस्तेमाल किए गए आइपी एड्रेस की की भी जांच की गई। जिससे हैकरों तक पहुंचा जा सके।
दिल्ली की सीईआरटी टीम सारे मामले को खंगाल रही है। इस संबंध में कुछ सुराग फॉरेंसिक जांच को भी लिए हैं। जिन खातों में राशियों का ट्रांजैक्शन हुआ है उसकी भी जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि राज्य सहकारी बैंक से 11.55 करोड़ की ठगी के दौरान 50 प्रतिशत राशि होल्ड पर है।
डाटा सेंटर के अलावा अन्य स्थानों पर भी हुई जांच
जबकि 50 प्रतिशत राशि बैंक खातों में जमा हुई है। सोमवार को सीईआरटी दिल्ली की टीम के अलावा साइबर कमांडो ने समरहिल के सांगटी में स्थापित बैंक के डाटा सेंटर के अलावा अन्य स्थानों पर भी जांच की है। ठगी की इस घटना को हैकरों ने दो दिनों के अवकाश के दौरान अंजाम दिया। जब बैंक क अधिकारियों को इसका पता चला तब थाना सदर शिमला में मामला दर्ज करवाया गया।
बैंक से हुई 11.55 करोड़ की ठगी मामले को लेकर दिल्ली से शिमला आई सीईआरटी की टीम के साथ हमारे साबर क्राइम के एक्सपर्ट ने समरहिल के सांगटी में सोमवार को जांच की है। इस संबंध में सभी तथ्यों को खंगाला जा रहा है। -मोहित चावला, डीआइजी साइबर क्राइम हिमाचल प्रदेश
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