Himachal Rain: 240 पहुंचा मौत का आंकड़ा, दो हाईवे सहित 332 सड़कें अभी भी बंद; आज इन पांच जिलों के लिए अलर्ट जारी
शिमला में भारी बारिश के कारण भूस्खलन और पेड़ उखड़ गए जिससे दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 332 सड़कें बंद हो गईं। मौसम विभाग ने पाँच जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। राज्य में मानसून से मरने वालों की संख्या 125 तक पहुँच गई है और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान हुआ है।

डिजिटल डेस्क, शिमला। हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई, जिससे भूस्खलन हुआ और पेड़ उखड़ गए। बारिश और भूस्खलन से प्रदेश में दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 332 सड़कें वाहनों के आवागमन के लिए बंद हो गईं।
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि शिमला में, पेड़ों के उखड़ने से तीन से चार वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। अधिकारियों ने बताया कि शिमला के टूटीकंडी इलाके में लगभग आधा दर्जन पेड़ गिर गए, जबकि विकास नगर में एक पेड़ के उखड़ने से एक इमारत की छत क्षतिग्रस्त हो गई। शिमला के खलिनी इलाके में एक अस्थायी घर पर पेड़ गिरने से छह मजदूर बाल-बाल बच गए।
332 सड़कें यातायात के लिए बंद
औट-सैंज सड़क (जो राष्ट्रीय राजमार्ग-305 का हिस्सा है) और खाब से ग्रामफू (राष्ट्रीय राजमार्ग-505) तक की सड़क सहित कुल 332 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गईं हैं।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, इनमें से 192 सड़कें मंडी ज़िले में और 74 निकटवर्ती कुल्लू जिले चंबा-पठानकोट राजमार्ग दुनेरा के पास धंस गया, जिससे सड़क बंद हो गई।
पांच जिलों के लिए अलर्ट
मौसम विभाग ने बुधवार और गुरुवार को पांच ज़िलों- बिलासपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर - में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
राज्य के कई हिस्सों में मध्यम से बहुत भारी बारिश जारी रही, नगरोटा सूरियां में 180.2 मिमी, गुलेर में 161.2 मिमी, घमरूर में 112.2 मिमी, नादौन में 78.5 मिमी, कांगड़ा में 76.8 मिमी, देहरा गोपीपुर में 76.2 मिमी, जोगिंदरनगर में 74 मिमी, भरेरी में 70.2 मिमी, पालमपुर में 69 मिमी, सुजानपुर टीरा में 66 मिमी, शिलारू में 54 मिमी, नेरी में 48.5 मिमी, धर्मशाला में 46.5 मिमी, शिमला में 45.6 मिमी और ऊना में 42.4 मिमी बारिश हुई।
240 की मौत
हिमाचल प्रदेश में मानसून के जारी रहने से सार्वजनिक बुनियादी ढांचा प्रभावित हुआ है, जिससे मरने वालों की संख्या 240 हो गई है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कुल 330 सड़कें, 198 बिजली वितरण ट्रांसफार्मर (डीटीआर) और 141 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हुईं।
इस मानसून सीज़न में राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 125 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 36 लोग लापता हैं। एसईओसी ने बताया कि इसके अलावा, 198 ट्रांसफार्मर और 141 जलापूर्ति योजनाएँ प्रभावित हुई हैं।
अधिकारियों के अनुसार, 20 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से हिमाचल प्रदेश को कुल 2,011 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
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