संतान प्राप्ति के लिए विख्यात इस मंदिर के प्रति क्यों बरती जा रही है लापरवाही Shimla News
उपमंडल रामपुर में माता श्राईकोटी मंदिर का निर्माण कार्य दो वर्षो से लटका हुआ है जिससे स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी है।
रामपुर बुशहर, संजय भागड़ा। उपमंडल रामपुर में भीमाकाली मंदिर न्यास की ओर से संचालित माता श्राईकोटी मंदिर का निर्माण कार्य दो वर्ष से लटका है। हैरानी की बात है कि लोक निर्माण विभाग की ओर से अभी तक मंदिर की छत नहीं डाली गई है। हालत यह है कि मंदिर की छत पर दो वर्ष से प्लास्टिक की तिरपाल को डाला गया है। इसके कारण स्थानीय लोगों में विभाग के प्रति खासी नाराजगी है। मंदिर में उपमंडल के अलावा देश व प्रदेश के श्रद्धालु भी काफी संख्या में माथा टेकने पहुंचते हैं।
मान्यता है कि माता के मंदिर में आने से संतान प्राप्ति होती है। जो भी निसंतान व्यक्ति पूरी आस्था के साथ माता के मंदिर में पहुंचता है, उसकी मुराद पूरी होती है। मंदिर तक पहुंचने के लिए रामपुर से गौरा या तकलेच से होते हुए दयोठी की ओर से जाना पड़ता है। हर साल सैकड़ों श्रद्धालु देश व प्रदेश से माता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। लेकिन माता का विख्यात मंदिर होने और पर्यटन की दृष्टि से भी मशहूर मंदिर का निर्माण कार्य पूरा करने में लापरवाही बरती जा रही है।
मंदिर निर्माण के लिए पूर्व कांग्रेस सरकार ने भरसक प्रयास किए थे और मंदिर का जीर्णोद्धार करके इसका नया रूप तैयार किया गया है, लेकिन दो वर्ष से यहां पर काम रुका हुआ है। एक सप्ताह पूर्व रामपुर प्रवास के दौरान भीमाकाली मंदिर के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र्र सिंह से रामपुर में एक प्रतिनिधिमंडल मिला था और उन्हें मंदिर की वास्तविक स्थिति से अवगत भी करवाया गया था। मंदिर करीब आठ हजार फीट की ऊंचाई पर है और यहां पर पहाड़ी पर वातावरण पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
भीमाकाली मंदिर ट्रस्ट के अधिकारी बालक राम नेगी ने बताया कि पैसों की कमी के कारण लोक निर्माण विभाग ने काम रोका है। अब मंदिर के शेष बचे निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए 55 लाख रुपये की राशि स्वीकृत हो गई है। जल्द पैसा ट्रस्ट के खाते में आ जाएगा और लोक निर्माण विभाग को देकर काम शुरु करवाया जाएगा।
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