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    हिमाचल में जल्द होगा कांग्रेस कमेटी का गठन, दिल्ली में मंथन जारी; CM सुक्खू ने दिग्गजों से की मुलाकात

    Updated: Tue, 15 Jul 2025 03:31 PM (IST)

    हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के गठन को लेकर चर्चा तेज हो गई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दिल्ली में कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की है। पिछले साल कार्यकारिणी भंग होने के बाद से ही पुनर्गठन की कवायद चल रही है लेकिन अभी तक नियुक्तियां नहीं हो पाई हैं। कांग्रेस हाईकमान चाहता है कि किसी भी तरह का विवाद न हो और सभी नेताओं में सामंजस्य बना रहे।

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    कांग्रेस कमेटी के गठन को लेकर दिल्ली में मंथन।

    राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के गठन को लेकर एक बार फिर से चर्चा तेज हो गई है। दिल्ली दौरे पर गए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की है। केसी वेणुगोपाल सहित कुछ अन्य नेताओं के साथ यह बैठक हुई है।

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    जिसमें संगठन के गठन सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई। कांग्रेस प्रदेश मामलों के सह प्रभारी विदित चौधरी भी दिल्ली से बाहर थे। मंगलवार दाेपहर बाद वह भी दिल्ली पहुंचे और बैठक में हिस्सा लिया। पिछले साल नवंबर महीने में राज्य कार्यकारिणी सहित जिला व खंड स्तर की कार्यकारिणी को भंग किया गया था।

    तब से लेकर कार्यकारिणी के गठन को लेकर कई दौर की बैठकें दिल्ली में हो चुकी है। जबकि शिमला में भी पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर प्रभारी रजनी पाटिल उनकी राय जान चुकी है। हाइकमान को भी रिपोर्ट सौंपी जा चुकी है, लेकिन नियुक्तियां नहीं हो पा रही है।

    कांग्रेस की मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का तीन साल का कार्यकाल अप्रैल महीने में पूरा हो चुका है। यह भी तय नहीं है कि वही प्रदेश अध्यक्ष के पद पर बनी रहेगी या फिर उनकी जगह किसी अन्य को जिम्मेदारी सौंपी जाती है। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर ही चर्चा हुई है। सूत्रों के मुताबिक कार्यकारिणी में किन को स्थान देना है वह तय है। केवल प्रदेश अध्यक्ष पर फैसला होना बाकी है।

    संगठन कमजोर, विपक्ष के आरोपों का भी नहीं दे पा रहा जवाब

    प्रदेश में पिछले आठ महीनों से कार्यकारिणी नहीं है। जमीनी स्तर पर संगठन पूरी तरह से कमजोर हो चुका है। विपक्ष जो भी आरोप प्रत्यारोप लगाता है उसका जवाब भी नहीं दिया जा रहा है। संगठन की गतिविधियां धरातल पर शून्य है।

    इस साल के अंत में पंचायत, जिला परिषद व पंचायत समिति के चुनाव होने हैं। कार्यकर्ता चाहते हैं कि जल्द संगठन का गठन हो ताकी अभी से संगठन के लिए कार्य किया जा सके।

    कांग्रेस हाईकमान चाहता है कि किसी तरह का विवाद न हो। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है ऐसे में विवाद से और नुकसान होगा। इसलिए हाइकमान सभी नेताओं के बीच सामंजस्य बिठाना चाहता है।