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    हिमाचल में ठंड ने दी दस्तक, हिमपात और वर्षा से 13 डिग्री तक गिरा तापमान; रोहतांग दर्रा बंद

    Updated: Mon, 06 Oct 2025 07:49 AM (IST)

    शिमला में रविवार को तेज तूफान और वर्षा के साथ पहाड़ों पर हिमपात हुआ जिससे तापमान में गिरावट आई है। धर्मशाला समेत कई जगहों पर वर्षा हुई जबकि ऊँचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात हुआ। अधिकतम तापमान में 13 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है जिससे ठंड बढ़ गई है। रोहतांग दर्रा वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है।

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    हिमपात-वर्षा से 13 डिग्री सेल्सियस तक गिरा तापमान, रोहतांग दर्रा बंद।

    राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल में रविवार सुबह कई जगह तेज तूफान के साथ वर्षा व चोटियों पर हिमपात के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। रविवार सुबह धर्मशाला सहित कुछ स्थानों पर जहां वर्षा हुई, वहीं धौलाधार, रोहतांग, शिंकुला, कुंजुम, बारालाचा, पांगी, किन्नौर और मनाली के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात हुआ।

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    हिमपात व वर्षा से अधिकतम तापमान में 13 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है। इससे ठंड बढ़ गई है। लगातार हिमपात के कारण रोहतांग दर्रा वाहनों के लिए बंद कर दिया है। रविवार को रोहतांग जाने वाले अधिकतर पर्यटक वाहन मढ़ी तक ही जा पाए। पर्यटकों ने अटल टनल रोहतांग व गुलाबा से लेकर रोहतांग दर्रे तक बर्फ के फाहों का आनंद लिया।

    प्रदेश की कई चोटियों सीजन का पहला हिमपात हुआ है। हिमपात के कारण मनाली-लेह मार्ग पर भी वाहनों की आवाजाही कुछ घंटों के लिए प्रभावित हुई। मनाली से लेह डीजल व पेट्रोल लेकर जा रहे टैंकर मढ़ी से रोहतांग की ओर नहीं जा पाए लेकिन अटल टनल होकर अन्य वाहन लेह की ओर रवाना हो गए।

    सुरक्षा की दृष्टि से इन टैंकरों को अटल टनल से नहीं भेजा जाता है। जिला चंबा के सच्चे जोत में लगभग सात इंच हिमपात हुआ है। भरमौर की पहाड़ियों पर भी हिमपात हुआ। हिमपात के कारण सच्चे जोत मार्ग बंद हो गया है। अाधिकारिक तौर पर 15 अक्टूबर को मार्ग बंद हो जाता है। भारी वर्षा और हिमपात का असर किसानों व बागबानों पर पड़ा है।

    वर्षा से धान की कटाई प्रभावित हुई है। कई लोगों ने फसल काट ली है तो कुछ की खेत में खड़ी है। इसके साथ ही घास की कटाई का काम भी चल रहा है। किन्नौर से सेब अभी विभिन्न मंडियों में भेजा जा रहा है। अधिक वर्षा, हिमपात और आंधी सेब के लिए नुकसानदायक है। अत्यधिक वर्षा के कारण सब्जियों को भी नुकसान पहुंचा है।

    कृषि विभाग के निदेशक रविंद्र सिंह जसरोटिया ने बताया कि इन दिनों धान और घास की कटाई का काम चल रहा है। आंधी और भारी वर्षा के कारण इन्हें नुकसान होगा। पहले ही मानसून के दौरान अत्यधिक वर्षा से मक्की, धान व सब्जियों को काफी नुकसान हुआ है।

    प्रदेश में आज व कल हिमपात वर्षा-ओलावृष्टि की संभावना

    मौसम विभाग ने छह व सात अक्टूबर को हिमपात, वर्षा और ओलावृष्टि की संभावना जताई है। अधिकतम तापमान में सबसे अधिक गिरावट कुकुमसेरी में 12.9, भुंतर में 8.6, मनाली में 6.9, सुंदरनगर व बजौरा में 6.8, भरमौर व नारकंडा में छह डिग्री सेल्सियस की आई है। प्रदेश में सबसे अधिक वर्षा धर्मशाला में 25.5, बिलासपुर व कांगड़ा में 20.4, मंडी में 15.4 मिलीमीटर दर्ज की गई है।