हिमाचल के सरकारी स्कूलों में बड़ा बदलाव, नई वर्दी, रंगीन इमारतें और स्मार्ट क्लासरूम के साथ शुरू होगा CBSE पाठ्यक्रम
शिमला में, सीबीएसई से जुड़े सरकारी स्कूलों में छात्रों की वर्दी का रंग बदलेगा और इमारतों को अलग रंग से रंगा जाएगा। स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम और पौष्टिक भोजन की व्यवस्था होगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अगले शैक्षणिक सत्र से 100 स्कूलों में सीबीएसई पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है। सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

हिमाचल प्रदेश में सीबीएसई से संबद्धता वाले सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की वर्दी का रंग अलग होगा (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, शिमला। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबद्धता वाले सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की वर्दी का रंग अलग होगा। इन स्कूलों के भवन का रंग भी अलग होगा। इन स्कूलों में स्मार्ट कक्षाओं के साथ मैस का प्रबंध भी किया जाएगा और विद्यार्थियों को पौष्टिक भोजन प्रदान किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि अगले शैक्षणिक सत्र से प्रथम चरण में प्रदेशभर में 100 स्कूलों को सीबीएसई पाठ्यक्रम पर संचालित किया जाएगा। उन्होंने शिक्षा विभाग को इस संबंध में सभी तैयारियां समय पर पूरी करने के निर्देश दिए।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि सीबीएसई पाठ्यक्रम आरंभ करने वाले 100 स्कूलों में से 14 ऐसे हैं जिनमें कुछ आपत्तियां हैं। अब तक 86 स्कूलों की पहचान की जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को शेष स्कूलों में सीबीएसई के मापदंड जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश में गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के प्रयास कर रही है और इसके लिए पैसे की कोई कमी नहीं है।
शिक्षा विभाग में खाली पड़े अध्यापकों के पदों को भरा जा रहा है। सरकार के प्रयास से हिमाचल गुणात्मक शिक्षा में 21वें से पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में पढ़ने वाले बच्चों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल बनाने की समीक्षा भी की और अधिकारियों को इसमें तेजी लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में अच्छा कैंपस तैयार होना चाहिए, जहां खेलकूद गतिविधियों के लिए भी पर्याप्त जगह हो। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि सरकार प्रदेश के हर जिले में स्टेट ऑफ आर्ट कालेज बनाने का भी प्रयास कर रही है। यहां पर विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा के साथ सभी प्रकार की गतिविधियां उपलब्ध होंगी। बैठक में निदेशक उच्च शिक्षा अमरजीत शर्मा सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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