अनसुलझे केस निपटाने आज पहुंचेगी सीबीआइ
पुलिस के साउथ रेंज के जांच अधिकारियों ने साइबर क्राइम की बारीकियां सीखी। इस संबंध में पुलिस लाइन भराड़ी में तीन दिन का प्रशिक्षण शिविर लगाया गया।
शिमला, राज्य ब्यूरो। प्रदेश की सीआइडी जिन मामलों को सुलझा नहीं सकी है उन्हें अब केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआइ) अपने हाथ में लेगी। इसके लिए जांच एजेंसी की टीम सोमवार को हिमाचल पहुंच रही है। इसकी अगुवाई डीआइजी रैंक के एक अधिकारी करेंगे। यह टीम पहले शिमला आएगी।
सीआइडी के आला अधिकारी लगातार इसके संपर्क में हैं। जांच एजेंसी हमीरपुर से लापता बालक आदित्य और कसोल से गायब आइटीआइ छात्र पीयूष ठाकुर के मामले में आरोपियों का लेयर्ड वॉयस टेस्ट करवाएगी। यह टेस्ट हिमाचल में पहली बार होगा। इसमें सीबीआइ की बड़ी भूमिका रहेगी। पांच साल का आदित्य 2015 में लापता हो गया था।
उसके पिता अशोक कुमार की शिकायत पर पुलिस ने 16 फरवरी को केस दर्ज किया था। बाद में केस स्टेट सीआइडी को भेजा गया। अभी इसकी जांच लंबित है। इसे सुलझाने के लिए अब सीबीआइ का सहयोग लिया जा रहा है। इसी तरह 2016 में कुल्लू के कसोल से गायब आइटीआइ के छात्र पीयूष ठाकुर को लेकर पुलिस ने केस दर्ज किया था। पिछले साल 12 जनवरी को यह केस भी सीआइडी के पास आया। दोनों मामलों में अभी कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। अब इसके सुलझने के आसार पैदा हो गए हैं।
साइबर क्राइम की सीखी बारीकियां
पुलिस के साउथ रेंज के जांच अधिकारियों ने साइबर क्राइम की बारीकियां सीखी। इस संबंध में पुलिस लाइन भराड़ी में तीन दिन का प्रशिक्षण शिविर लगाया गया। इसमें हेड कांस्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों ने शिरकत की। इसमें कई वरिष्ठ अफसरों ने प्रशिक्षण दिया। उन्होंने जांच अधिकारियों को साइबर क्राइम से निपटने के गुर सिखाए। प्रदेश में भी ऐसे अपराधों के मामले बढ़ रहे हैं। इसमें इसके कानूनी पहलुओं पर भी गहन चर्चा हुई।
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