सायरन बजते ही ब्लैक आउट करें, जम्मू-कश्मीर सीमा पर सतर्क रहने के आदेश; एक्टिव हुए CM सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भारत- पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए सीमावर्ती क्षेत्रों में ब्लैक आउट करने के निर्देश दिए हैं। आपातकालीन स्थिति में बसों को रोकने के भी आदेश दिए गए हैं। पठानकोट चंडीगढ़ और जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती जिलों में विशेष सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है। सचिवालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।

राज्य ब्यूरो, शिमला। भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे ताजा हालातों को देखते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रशासन को आपातकालीन स्थिति को देखते हुए सायरन बजते ही सीमावर्ती क्षेत्रों में ब्लैक आउट करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बाहर या भीतर यदि ब्लैक आउट घोषित किया जाता है तो बसें रोक दी जाएंगी।
सचिवालय में दोपहर एक घंटे की बैठक में मुख्यमंत्री सुक्खू ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के दृष्टिगत प्रदेश के सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वर्चुअल उच्च स्तरीय बैठक कहा कि पठानकोट, चंडीगढ़ और जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती जिलों के प्रशासन को विशेष रूप से सतर्क रहने की आवश्यकता है। यदि इन राज्यों में सायरन से सतर्क किया जाए तो तुरंत आवश्यक कार्यवाही की जाए।
अधिकारियों को कड़ी निगरानी रखने का निर्देश
जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के दृष्टिगत केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देशों का पूर्ण गंभीरता से पालन करने को कहा। प्रदेश में मुख्य सचिव और गृह सचिव समेत अन्य आपातकालीन सेवाओं से को खुला रखने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बैठक में जिला उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों से विभिन्न जिलों में मौजूदा स्थिति की विस्तृत जानकारी ली।
उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को वर्तमान स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी तरह से घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, लेकिन सभी स्तरों पर सतर्क रहना नितांत अनिवार्य है।
सचिवालय में कंट्रोल रूम स्थापित, सीमित स्टाफ के साथ रात-दिन ड्यूटी देंगे
प्रदेश सरकार ने ताजा स्थिति को देखते हुए सचिवालय में तत्काल कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए। इस कंट्रोल रूम में सचिवालय की चार ब्रांचों के अधिकारियों को क्रमानुसार चौबीस घंटे सेवाएं देने की व्यवस्था कर दी गई है।
ये कंट्रोल रूम राज्य आपदा राहत प्राधिकरण के कंट्रोल रूम से अलग होगा। आगामी तीन छुट्टियों के दौरान प्रदेश में सभी आवश्यक सरकारी कार्यालय जैसे मुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्य सचिव कार्यालय और नियंत्रण कक्ष सीमित स्टाफ के साथ कार्यरत रहेंगे।
जिला उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक सुनिश्चित करेंगे
मुख्यमंत्री ने धार्मिक स्थलों, हवाई अड्डों, बांधों, पुलों और अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों में पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध करने के निर्देश दिए। ऐसे सभी स्थानों पर सुरक्षा के अतिरिक्त प्रबंध किए जाएं।
उन्होंने केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप नियमित रूप से माकड्रिल आयोजित करने को भी कहा। प्रदेश में स्थापित नियंत्रण कक्षों को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा हर सम्भव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड़ जबाव से खुशी
सुक्खू ने केंद्र सरकार और भारतीय सेना के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड़ जबाव देने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की सराहना की। हमारी सेनाएं साहस और धैर्य के साथ दुश्मन का सामना कर, देश की रक्षा कर रही हैं और हमें अपनी सेनाओं पर गर्व है। प्रदेशवासियों से केवल अधिकारिक जानकारी पर विश्वास करने और अफवाहों या भ्रामक सूचनाओं से दूर रहने का आह्वान किया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।