Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'मोदी सरकार के दरवाजे प्रदर्शनकारियों से चर्चा के लिए सदा खुले', किसान आंदोलन पर पत्रकारों से बातचीत में बोले अनुराग ठाकुर

    By rohit nagpal Edited By: Shoyeb Ahmed
    Updated: Wed, 14 Feb 2024 07:31 AM (IST)

    केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कि मोदी सरकार पहले दिन से किसान कल्याण हेतु प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है और पिछले 10 सालों में किसान कल्याण हेतु कई योजनाएं लाई गईं और इनसे धरातल पर देश के करोड़ों किसानों को काफी लाभ पहुंचाया है।

    Hero Image
    किसान आंदोलन पर पत्रकारों से बातचीत में अनुराग ठाकुर ने ये कहा (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, शिमला। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज नई दिल्ली में किसान आंदोलन को लेकर पत्रकारों से बातचीत की।

    अनुराग ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार पहले दिन से किसान कल्याण हेतु प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है। "पिछले 10 वर्षों में किसान कल्याण हेतु कई योजनाएं लाई गईं जिन्होंने धरातल पर देश के करोड़ों किसानों को लाभ पहुंचाया।"

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सरकार चर्चा के लिए तैयार- अनुराग

    किसानों से वार्तालाप के मुद्दे पर ठाकुर ने कहा, "सरकार सदैव चर्चा हेतु तैयार रहती है। जब भी मांग उठती है तब सरकार स्वयं आगे आती है। इस बार भी हमारे मंत्री चंडीगढ़ गए और लगातार कई घंटे रात्रि में चर्चा हेतु बैठे रहे।

    हमने प्रदर्शनकारियों से 2 दौर की बात की। सरकार स्पष्ट तौर से चर्चा की पक्षधर है इसीलिए बातचीत से उठकर हम नहीं गए, लेकिन प्रदर्शनकारी पहले चले गएl

    एमएसपी पर ये कहा

    एमएसपी पर बातचीत करते हुए बताया, "कांग्रेस के समय में दाल, गेहूं दलहन और तिलहन की कुल खरीददारी ₹5 लाख 50 हजार करोड रुपए की हुई। मोदी सरकार ने 18 लाख 39 हजार करोड़ रुपए की खरीददारी की। यानी लगभग साढ़े तीन गुना ज्यादा। हमने दाम भी बढ़ाए और खरीदारी भी दोगुनी से ज्यादा की।

    अंत में प्रदर्शनकारियों को मानने के सवाल पर श्री अनुराग ठाकुर ने कहा, "किसी भी बात का हल चर्चा से ही निकलता है। गांधी के देश में बातचीत से रास्ते निकलते हैं। आप हाल के कतर का उदाहरण ले सकते हैं जहां मोदी जी ने नेतृत्व कर, बातचीत के जरिए हमारे आठ पूर्व नौ सैनिकों की कुशल घर वापसी कराई।"