पटवारी भर्ती परीक्षा: मेहनत से बचने के लिए ऐसे तैयार किया पेपर, कार्रवाई के आदेश
पटवारी प्रवेश परीक्षा के लिए तैयार किया गये पेपर में तीन माह पूर्व हुई जेबीटी प्रवेश परीक्षा के 45 प्रश्न कॉपी किए गए।
शिमला, यादवेन्द्र शर्मा। पटवारी भर्ती परीक्षा में मेहनत से बचने के लिए राजस्व विभाग के अधिकारियों ने आसान तरीका अपनाया। पेपर सेट करने की प्रक्रिया को दरकिनार कर जेबीटी प्रवेश परीक्षा के पेपर की कॉपी पेस्ट कर खानापूर्ति की। करीब तीन माह पूर्व हुई जेबीटी प्रवेश परीक्षा के 45 प्रश्न कॉपी कर पटवारी भर्ती परीक्षा में डाले गए।
सूत्रों के अनुसार परीक्षा के लिए न कमेटी बनाई और न पेपर सेट करने की प्रक्रिया अपनाई गई। कॉपी पेस्ट के आधार पर पेपर डालकर करीब पौने तीन लाख अभ्यर्थियों में से 1193 का चयन करने की प्रक्रिया अपनाई गई। पेपर में प्रशासनिक लापरवाही तो पहले ही सामने आ चुकी है, जिसका खामियाजा अभ्यर्थियों को पेपर देने से वंचित रहकर भुगतना पड़ा।
रविवार को हुई पटवारी भर्ती परीक्षा में कुल 150 प्रश्न पूछे गए थे। इसमें से सामाजिक विज्ञान व हिमाचल के सामान्य ज्ञान के संबंध में जेबीटी प्रवेश परीक्षा के दौरान पूछे गए 13 प्रश्न हूबहू डाले गए। गणित और अंग्रेजी के 11-11 व हिंदी के दस प्रश्न कॉपी कर डाले गए। बाकी के प्रश्न भी इसी वर्ष ली गई अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं से ही उठाए गए।
धीरा में 500 में से 148 ने दी परीक्षा
राजस्व विभाग को धीरा में ओएमआर शीट फाड़ने और पेपर न दिए जाने की जो रिपोर्ट मिली है, उसमें 500 से अधिक अभ्यर्थियों के लिए यह केंद्र बनाया गया था। इनमें से 148 ने परीक्षा दी और 77 अनुपस्थित थे। शेष ने प्रश्नपत्र समय पर न दिए जाने के कारण परीक्षा का बहिष्कार किया।
शिमला के डीसी की नहीं आई रिपोर्ट
पटवारी भर्ती की परीक्षा के लिए केंद्र के गलत आवंटन को लेकर अभी तक उपायुक्त शिमला ने रिपोर्ट नहीं दी है। जिले में 12 उम्मीदवार परीक्षा देने से वंचित रहे हैं। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय समरहिल में अलॉट परीक्षा केंद्र के बावजूद उन्हें करीब 25 किलोमीटर दूर संजौली भेजा गया। ऐसे में वह परीक्षा नहीं दे पाए।
जेबीटी प्रवेश परीक्षा से यदि कुछ प्रश्न कॉपी कर डाले गए हैं तो उसमें गलत क्या है। सामान्य ज्ञान, हिंदी सहित अन्य प्रश्न समान ही होते हैं। पेपर तो कोई भी अधिकारी सेट कर सकता है और यह गोपनीय प्रक्रिया है। जिला उपायुक्तों से अभी रिपोर्ट नहीं आई है।
जिसकी लापरवाही से अभ्यर्थी परीक्षा देने से वंचित हुए उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कुछ के परीक्षा न दे पाने पर पौने तीन लाख अभ्यर्थियों की परीक्षा रद नहीं की जा सकती है।
-देवी सिंह नेगी, निदेशक भू-अभिलेख, राजस्व विभाग।
कॉपी किए 45 प्रश्न
11 प्रश्न गणित के
11 अंग्रेजी के
10 हिंदी के
13 सामाजिक विज्ञान के
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