हिमाचल में 297 इलेक्ट्रिक बसों का इंतजार खत्म, सरकार तैयार कर रही 34 चार्जिंग स्टेशन
हिमाचल प्रदेश में 297 इलेक्ट्रिक बसों का इंतजार अब खत्म होने वाला है। सरकार इन बसों के संचालन के लिए 34 चार्जिंग स्टेशन बना रही है। इन स्टेशनों के बनने से इलेक्ट्रिक बसों को चार्ज करने में आसानी होगी। इलेक्ट्रिक बसों के चलने से प्रदेश में प्रदूषण का स्तर घटेगा और सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में सुधार होगा। सरकार का लक्ष्य है कि धीरे-धीरे सभी पुरानी बसों को इलेक्ट्रिक बसों से बदल दिया जाए।

ई-बसें फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के बेड़े में जल्द 297 नई ई-बसें शामिल होने जा रही हैं। इसके लिए निगम प्रबंधन ने मूलभूत सुविधाएं जुटानी आरंभ कर दी हैं। बसों के आने से पहले 34 चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। इन्हें बनाने का काम शुरू हो गया है।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने निगम प्रबंधन को निर्देश दिए हैं कि ई-बसें आने से पहले इन चार्जिंग स्टेशनों को तैयार कर दिया जाए। इनमें मंडी, सुंदरनगर, कुल्लू, मनाली, देहरा, चिंतपूर्णी, नालागढ़, बद्दी, हमीरपुर, जाहू, ऊना, हरोली, अंब, बिलासपुर, घुमारवीं, तारादेवी, अर्की, सोलन, ढली शिमला, ढली ग्रामीण, सुन्नी, नाहन, पांवटा साहिब, पालमपुर, जसूर, धर्मशाला, राजगढ़ में ये चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए औपचारिकताएं पूरी कर दी हैं।
बिजली बोर्ड से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) भी प्राप्त हो चुका है। परिवहन निगम पहले 53 ई-चार्जिंग स्टेशन बनाने की तैयारी कर रहा था। अब इसकी संख्या को बढ़ाकर 80 कर दिया है।
नाबार्ड की मदद से इसका निर्माण किया जाएगा। एचआरटीसी ने इसकी संशोधित डीपीआर बनाकर नाबार्ड को भेज दी है। वहीं ई-बसों की डिलीवरी लेने से पहले इनका ट्रायल होगा। शिमला से चालकों को बसों को लाने के लिए भेजा जा रहा है।

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