हिमाचल में बीच रास्ते में फंसे 250 वाहन, बर्फबारी के बाद सड़कों का कटा कनेक्शन, पढ़ें मौसम का हाल
शिमला में भारी हिमपात के कारण लाहुल के दारचा में खाद्य सामग्री और सेना की रसद से लदे 250 से अधिक वाहन फंस गए हैं। लेह-मनाली जांस्कर-मनाली और काजा-मनाली मार्गों पर भी वाहन फंसे हुए हैं। दो से आठ फीट तक बर्फबारी से पांगी घाटी का संपर्क टूट गया है। हिमपात और बारिश से प्रदेश में धान की कटाई प्रभावित हुई है।

राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमपात के कारण खाद्य सामग्री व सेना की रसद लेकर जा रहे 250 से अधिक वाहन लाहुल के दारचा में फंस गए हैं। लेह से मनाली आ रहे वाहन चालक अपसी व सरचू में, जांस्कर से मनाली आने वाले वाहन कर्गेया में जबकि काजा से मनाली आने वाले वाहन लोसर में फंसे हैं। दो से आठ फीट तक हिमपात होने से पांगी घाटी का संपर्क कट गया है।
पांगी में इससे पहले 2009 में 12 व 13 अक्टूबर और 2018 में 24 सितंबर को हिमपात हुआ था। सच्चे जोत मार्ग आधिकारिक रूप से 15 अक्टूबर को बंद होता है लेकिन इस बार छह अक्टूबर को ही बंद हो गया है। प्रदेश में हिमपात व वर्षा के कारण अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से 17.7 डिग्री सेल्सियस तक कम हुआ है। रोहतांग, शिंकुला, बारालाचा, चंबा के पांगी में मंगलवार को दो फीट हिमपात हुआ है।
शिमला जिले की चांशल पीक पर सीजन का पहला हिमपात हुआ है। लाहुल, कोकसर, मढ़ी, गुलाबा, अटल टनल, धुंधी, फातरू व अंजनी महादेव पर्यटन स्थल में भारी हिमपात हुआ है। केलंग में 20 व कुकुमसेरी में 5.6 सेंटीमीटर हिमपात हुआ है। पर्यटन स्थल रोहतांग हिमपात के कारण पर्यटकों के लिए तीसरे दिन भी बंद रहा।
हिमपात व वर्षा से प्रदेश में धान की कटाई प्रभावित हुई है। किन्नौर व लाहुल स्पीति में वर्षा और ठंड बढ़ने से सेब तुड़ान के साथ आलू की फसल प्रभावित हुई है। प्रदेश में बीते चौबीस घंटों के दौरान सबसे अधिक वर्षा बिलासपुर के बरठीं में करीब 80 मिलीमीटर दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान में सबसे अधिक गिरावट धर्मशाला में 6.1 डिग्री की आई है।
यहां अधिकतम तामपान 19 डिग्री तक पहुंच गया, जो सामान्य से नौ डिग्री कम है। दो दिन से जारी वर्षा व हिमपात से लाहुल स्पीति में तापमान माइनस में पहुंच गया है। केलंग में माइनस 0.5 और कुकुमसेरी में मानइस 0.3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान सुंदरनगर में 26.9 व ऊना में 26 डिग्री दर्ज किया गया। चंबा के सलूणी की किलोड़ पंचायत की पहाड़ी पर बिजली गिरने से सात भेड़ें, तीन बैल व एक गाय मर गई।
ऊना, सुंदरनगर व शिमला में 2004 के बाद सबसे अधिक वर्षा
ऊना, सुंदरनगर व शिमला में 2004 के बाद 24 घंटों के दौरान सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई। ऊना में तीन अक्टूबर 2004 को 62.6 मिलीमीटर जबकि सात अक्टूबर 2025 को 54 मिलीमीटर वर्षा हुई। सुंदरनगर में 12 अक्टूबर 2004 को 53.2 मिलीमीटर वर्षा हुई जबकि मंगलवार को 47.2 मिलीमीटर, शिमला में 12 अक्टूबर 2004 को 69.7 मिलीमीटर वर्षा और बुधवार को 37 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
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