पाकिस्तान की जेल बंद 108 भारतीय लापता, 'यातनाओं से मानसिक संतुलन खो रहे कैदी'
वर्ष 2010 से अब तक 1152 लोग लापता हुए जिसमें से 1044 लोग मिल गए हैं और 108 लोग अभी भी लापता हैं। यही आंकड़ा वर्ष वर्ष 2018 से लेकर 2023 तक 380 का है जि ...और पढ़ें

गगरेट, संवाद सहयोगी। भारत-पाक समझौते के तहत बीते शुक्रवार देर रात 200 भारतीय केदियो को रिहा किया गया, जिसमें गुरदासपुर के ब्लॉक कलानॉर के गांव कामलपुर का हरजिंदर भी अपने घर लौट आया है। उसने बताया कि लाहौर की जेल में कैद 15 भारतीय कैदी जेल में मिल रही यातनाओं से अपना मानसिक संतुलन खो बैठे है, जिनमे एक दिव्यांग सहित ज़िला ऊना का सूरजपाल भी बताया जा रहा है।
सूरजपाल अपना मानसिक संतुलन खो चुका है और जेल में चिल्लाता है। इस मामलें के बाद ऊना पुलिस हरकत में आई और सारा रिकॉर्ड खंगाला गया। पुलिस के पास सूरजपाल की गुमशुदगी की कोई रिपोर्ट नहीं है और न ही फिलहाल उसके परिवार का कोई सदस्य सामने आया है। इस बात से इनकार भी नहीं किया जा सकता कि सूरजपाल ऊना से सम्बंधित नही है, क्योंकि हरजिंदर वर्ष 2000 में नशे की लत के कारण बॉर्डर क्रॉस कर गया था।
कुछ वर्षों में रिकॉर्ड ऑफलाइन से ऑनलाइन भी आया है और ज्यादा पुराना रिकॉर्ड शायद उपलब्ध नहीं है। लेकिन इस घटना का दूसरा पहलू यह भी है कि अब तक उसके परिवार का कोई भी सदस्य सामने नहीं आया है। ऐसा भी हो सकता है कि सूरजपाल ने अपना नाम गलत बताया हो लेकिन ये सब जांच के विषय है।
वर्ष 2010 से अब तक 1152 लोग लापता हुए, जिसमें से 1044 लोग मिल गए हैं और 108 लोग अभी भी लापता हैं। यही आंकड़ा वर्ष वर्ष 2018 से लेकर 2023 तक 380 का है, जिसमें 125 मर्द, 120 औरतें, 24 लड़के, 99 लडकिया गायब हुईं। इनमे से 101 मर्द, 119 औरतें, 20 लड़के, 97 लड़कियां मिल गई हैं। लेकिन अभी भी 24 मर्द, 13 औरतें, 4 लड़के, 2 लड़कियां गायब है। यानी पांच वर्षों में 380 में से 337 लोग पुलिस ने ढूंढ निकाले, लेकिन 43 लोग अभी भी गायब है। हालांकि यही आंकड़ा वर्ष 2010 से ले तो इस समय 108 लोग गायब हैं।
अर्जित सेन, एसपी ऊना ने बताया कि गायब हुए लोगों की पुलिस लगातार तलाश कर रही है। अलग-अलग साधन अपनाए जाते हैं और जैसे ही कोई सूचना मिलती है तो हम गायब हुए व्यक्ति को ढूंढ निकालते हैं। सूरजपाल का पुलिस रिकॉर्ड में नाम नहीं है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।