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    जीवनशैली बदली तो जवान हुआ मधुमेह

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 14 Nov 2021 09:29 PM (IST)

    पहाड़ी इलाके हिमाचल में भी मधुमेह के रोगियों की संख्या लगातार ...और पढ़ें

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    जीवनशैली बदली तो जवान हुआ मधुमेह

    संवाद सहयोगी, नेरचौक : पहाड़ी इलाके हिमाचल में भी मधुमेह के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसकी वजह यह है कि लोगों की जीवनशैली में काफी बदलाव आया है। लोग कम मेहनत कर रहे हैं और खानपान के प्रति भी लापरवाही बरत रहे हैं। यह बात विश्व मधुमेह दिवस पर रविवार को लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज नेरचौक में आयोजित कार्यक्रम के दौरान चिकित्सकों ने कही। कार्यक्रम में मेडिसिन विभाग के कुल्लू, मंडी, शिमला, बिलासपुर व हमीरपुर के डाक्टरों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि के रूप में अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी नेरचौक के कुलपति सुरेंद्र कश्यप मौजूद रहे।

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    इस मौके पर मेडिकल कालेज के प्राचार्य आरसी ठाकुर को गेस्ट आफ आनर और इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज शिमला से सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य डा. राजीव रैना को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि ने कहा कि हिमाचल में मधुमेह रोगियों का बढ़ना चिता का विषय है। हमारी जीवनशैली में आया बदलाव इसका सबसे बड़ा कारण है। युवा पीढ़ी मोबाइल फोन पर अधिक निर्भर है और शारीरिक गतिविधियां कम कर रहे हैं। मेडिसिन विभागाध्यक्ष डा. राजेश भवानी ने कहा कि कोरोना वायरस की चपेट में मधुमेह के सबसे अधिक रोगी आए। उन्होंने बताया कि ऐसे रोगियों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।

    150 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की

    इस दौरान चिकित्सकों ने 150 महिला व पुरुषों के शुगर के साथ ब्लड प्रेशर की जांच की। इससे पहले चिकित्सकों ने लोगों को मधुमेह के प्रति जागरूक करने के लिए शहर में रैली भी निकाली। लोहारा में लगाया शिविर

    मंडी : स्वास्थ्य विभाग ने मंडी जिला के लोहारा में विश्व मधुमेह दिवस पर जागरूकता शिविर लगाया। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. देवेंद्र शर्मा और जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. दिनेश ठाकुर मौजूद रहे। डा. देवेंद्र शर्मा ने लोगों को मधुमेह होने के कारणों और उसके बचाव के तरीकों के बारे में बताया। इस मौके पर स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया, जिसमें 120 लोगों की जांच की गई।