धर्मपुर की संस्था के नाम से चल रहा सुंदरनगर व्यापार मंडल
संवाद सहयोगी सुंदरनगर संयुक्त व्यापार संगठन के प्रदेश संगठन सचिव सुरेश कौशल ने आरोप लग

संवाद सहयोगी, सुंदरनगर : संयुक्त व्यापार संगठन के प्रदेश संगठन सचिव सुरेश कौशल ने आरोप लगाया कि सुंदरनगर व्यापार मंडल 32 साल से फर्जी तरीके से किसी अन्य संस्था के नाम पर पंजीकृत कर चलाया गया। इस दौरान व्यापार मंडल द्वारा करोड़ों रुपये का फर्जीवाड़ा कर व्यापारियों से धोखा किया गया है। सुंदरनगर व्यापार मंडल के नाम पर कोई संगठन, मंडल या संस्था पंजीकृत नहीं थी।
सुंदरनगर में पत्रकारों से बातचीत में सुरेश कौशल ने कहा कि 24 अगस्त 1992 से सुंदरनगर व्यापार मंडल फर्जी तरीके से धर्मपुर के महिला ग्राम उद्योग के नाम से चलाया गया। अब 24 अगस्त 2022 को व्यापार मंडल को पंजीकृत किया गया है। 1992 की एक ही तारीख और महीने में मंडल को पंजीकृत करवाने के लिए इस वर्ष की 24 अगस्त तक का इंतजार स्वयं के पदों को बचाने के लिए किया। सुरेश कौशल ने कहा कि वह कई साल से सुंदरनगर के व्यापारियों के हितों के लिए कार्य कर रहे हैं। इसी के तहत जब उन्होंने नया व्यापार मंडल बनाने की पहल की तो तथाकथित पदाधिकारियों ने उसमें भी अड़ंगा डालने का काम किया। 1992 से 2002 तक सुंदरनगर व्यापार मंडल के नाम पर करीब 315 व्यापारी पंजीकृत थे। इस कार्यकाल में व्यापारियों से प्रतिवर्ष 150 रुपये की रसीद काटी जाती थी। इसके बाद 2002 से 2022 में मंडल के साथ 541 के करीब सदस्यों से प्रतिवर्ष 300 से 500 रुपये की रसीद काटी जाती रही। 32 साल में यह राशि तीन करोड़ रुपये बनती है।
उन्होंने व्यापार मंडल से इस सारी राशि का हिसाब व्यापारियों को देने के साथ ही प्रशासन से व्यापार मंडल का आडिट करवाने की मांग की है ताकि सारी सच्चाई सामने आ सके। इस सारे प्रकरण को लेकर संयुक्त व्यापार संगठन द्वारा आगामी कार्रवाई के लिए कानूनी राय भी ली जाएगी। इस मौके पर सुंदरनगर के अध्यक्ष रोहित कौशल और युवा विग अध्यक्ष विकास पुरी, रियाज, निखिल सैनी व दीपक भी मौजूद रहे।

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