शिकारी देवी व कमरुनाग के कपाट दो माह के लिए बंद
गगन सिंह ठाकुर थुनाग मंडी जनपद की सबसे ऊंची चोटी शिकारी देवी में बर्फबारी के बाद मंदि ...और पढ़ें

गगन सिंह ठाकुर, थुनाग
मंडी जनपद की सबसे ऊंची चोटी शिकारी देवी में बर्फबारी के बाद मंदिर के कपाट दो माह के लिए बंद कर दिए गए हैं। बड़ा देव कमरुनाग मंदिर भी दो माह के लिए बंद कर दिया गया है। घाटी में सीजन की पहली बर्फबारी के बाद स्थानीय प्रशासन ने इन दोनों मंदिरों के कपाट को बंद करने का फैसला लिया है। श्रद्धालुओं और सैलानियों के जाने पर भी फिलहाल रोक लगा दी है। इन धार्मिक स्थलों की पहाड़ियों पर बर्फीला तूफान व हिमस्खलन की भी आशंका व्यक्त की जा रही है। इसके चलते प्रशासन ने नजदीक के गांवों में अलर्ट घोषित कर दिया है।
मंदिर कमेटी ने कमरुनाग, शिकारी कमेटी में श्रद्धालु व पर्यटकों से दो माह तक न आने का आग्रह किया है। मंदिर कमेटी ने स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण प्रशिक्षण-संस्थानों के संचालकों से आग्रह किया है कि वे छात्रों को बर्फबारी में कमरुनाग की ओर जाने से रोक दें।
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पुलिस, पर्यटन व वन विभाग के अधिकारी सर्दियों के दौरान पराशर, बरोट, शिकारी देवी व कमरुनाग जाने वाले पर्यटकों और ट्रैकरों पर नजर रखें। किसी को भी ट्रैकिग की अनुमति न दें, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
-ऋग्वेद ठाकुर, उपायुक्त मंडी।
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शिकारी देवी में भारी बर्फबारी के चलते मंदिर के कपाट दो माह तक बंद करने का निर्णय लिया गया है। स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थान के संचालक बच्चों को बर्फबारी के दौरान धार्मिक स्थल में जाने से रोक दें।
-मान सिंह मंदिर कमेटी प्रधान कमरुनाग।
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मंदिन कमेटी और प्रशासन द्वारा मंदिर के कपाट आगामी दो माह तक बंद करने का निर्णय लिया गया है। शिकारी देवी व कमरुनाग में ट्रैकिग पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया है।
-पारस अग्रवाल, एसडीएम थुनाग।

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