मंडी: दूरदर्शी सोच से जल संकट दूर करने के साथ ग्रामीणों की आय भी बढ़ाई, रोपा पंचायत के प्रधान की प्रेरक पहल
रोपा पंचायत की प्रधान अनु ठाकुर की सूझबूझ से न केवल पेयजल और सिंचाई की समस्या का समाधान बल्कि लोगों की आर्थिकी भी मजबूत हुई। मनरेगा के तहत पंचायत के पांच वार्डों में जल भंडारण टैंक बनाए गए हैं। पेयजल के लिए अलग से व्यवस्था कर पंचायत के तीन गांवों में कनेक्शन देकर पानी ढोने की समस्या हल की है।

मुकेश मेहरा, मंडी। कुल्लू जिले के आनी उपमंडल में समुद्रतल से आठ हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित रोपा पंचायत के बाशिंदों को अब न तो पेयजल संकट का सामना करना पड़ता है और न ही सिंचाई के लिए पानी की समस्या का।
पंचायत प्रधान अनु ठाकुर की सूझबूझ से न केवल पेयजल व सिंचाई की समस्या का समाधान बल्कि लोगों की आर्थिकी भी मजबूत हुई।
मनरेगा के तहत पंचायत के पांच वार्डों में जल भंडारण टैंक बनाए हैं। पेयजल के लिए अलग से व्यवस्था कर पंचायत के तीन गांवों में कनेक्शन देकर पानी ढोने की समस्या हल की है।
1700 की आबादी वाली रोपा पंचायत में 400 परिवार खेती-बागवानी कर जीवनयापन करते हैं। यहां पर सिंचाई के लिए साथ लगते नाले या वर्षा के पानी पर निर्भर रहना पड़ता था। अनु ठाकुर ने इस समस्या को समझा और 5000 से 7000 लीटर के पांच टैंक बनवाए।
नाले और प्राकृतिक स्रोतों का पानी पाइपों के माध्यम से टैंकों तक पहुंचाया। खेतों में बनाए इन टैंकों में नल लगाए गए हैं, जिनसे बागवान व किसान पाइपें जोड़कर बगीचों व खेतों तक पानी ले जाते हैं। टैंक निर्माण पर 20 लाख रुपये खर्च किए गए हैं।
2022 में बागवानों-किसानों ने इसका प्रयोग किया और उनकी फसल काफी अच्छी रही है। इससे उनकी आर्थिकी मजबूत हुई।
सिंचाई के लिए पानी खेतों के पास पहुंचने के बाद 70 प्रतिशत बागवानों व किसानों को लाभ पहुंचा है। सबसे अधिक लाभ सेब बागवानों को हुआ है।
बागवान खेम चंद, चुनी लाल, नंदलाल, टिक्कम राम बताते हैं कि सिंचाई सुविधा खेत व बगीचे तक पहुंचने के कारण पहले के मुकाबले 30 प्रतिशत फसल अधिक हुई है।
सेब के बगीचों में आलू, गेहूं, मटर और अन्य नकदी फसलों को बीजने के लिए अब वर्षा का इंतजार नहीं करना पड़ता है।
पेयजल के लिए अलग टैंक
लोक प्रशासन व सामाजिक विज्ञान में स्नातकोत्तर अनु ठाकुर बताती हैं कि पंचायत के तीन गांवों तटोचा, मंडार और फरबोग में सबसे अधिक पानी की दिक्कत थी।
इनके लिए एक टैंक का निर्माण करवाया और 500 मीटर पाइपलाइन बिछाकर कर 100 घरों को कनेक्शन दिए हैं। शेष दो गांवों के लिए भी कार्य जारी है।
पुस्तकालय भी खुलवाया
अनु ने बताया कि नए पंचायत घर का निर्माण कर इसमें जिला प्रशासन की ज्ञान पीठ योजना के तहत एक पुस्तकालय भी खुलवा दिया है।
गांव व आसपास के बच्चे पुस्तकालय में आकर पढ़ाई करते हैं। किताबें दानी सज्जनों के अलावा प्रशासन की ओर से भी मिली हैं।
हर घर तक रास्ता, एक किलोमीटर सड़क पक्की
पंचायत में हर घर तक पेबर्स ब्लाक वाला रास्ता बनाया गया है। पंचायत घर को जिला मुख्यालय से जोड़ने के लिए एक किलोमीटर सड़क भी मनरेगा के तहत बनाई गई है। शेष दो सड़कों का काम किया जा रहा है।
आनी उपमंडल की रोपा पंचायत में मनरेगा के तहत बेहतरीन विकास कार्य हुए हैं। यहां सिंचाई और पेयजल के लिए टैंक बनाए गए हैं। गंदगी के निपटारे के लिए गड्ढे (पिट) बनाए गए हैं। पंचायत में विद्यार्थियों के लिए पुस्तकालय भी बनाया गया है। -जयवंती ठाकुर, प्रोजेक्ट निदेशक, डीआरडीए, कुल्लू।
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