हिमाचल में आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुईं रोडवेज बसें, मंडी के 55 रूट पर सर्विस ठप; HRTC को लाखों का नुकसान
हिमाचल प्रदेश के मंडी में भारी बारिश के कारण 55 बस रूट बंद हो गए हैं जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिले में 151 सड़कें प्रभावित हैं जिससे परिवहन निगम को भी नुकसान हो रहा है। मंडी में बादल फटने से 15 लोगों की मौत हो चुकी है और 58 अभी भी लापता हैं जिनमें सराज क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित है।

जागरण संवाददाता, मंडी। Himachal Disaster News: सोमवार और मंगलवार को हुई भारी वर्षा के बाद सराज, द्रंग और कोटली क्षेत्रों में सड़कों की हालत खराब होने के कारण मंडी में बसों के 55 रूट बंद रहे। वहीं अन्य क्षेत्रों में भी 30 से अधिक रूट प्रभावित हुए हैं। लोगों को अपने गंतव्य तक आने जाने के लिए पैदल ही सड़क मार्ग तक आना पड़ा। हालात यह हैं कि जिला मंडी में 151 सड़कें बुधवार को भी प्रभावित थीं।
55 रूटों पर नहीं चली बसें
इसमें धर्मपुर में 26, सराज में 12, मंडी में नौ और थलौट में 35 सड़कें हैं। ऐसे में इन सड़कों के बंद होने के कारण परिवहन निगम अपनी सेवा आरंभ नहीं कर पाया है। इस कारण निगम को भी दिन में दो से तीन लाख रुपये का नुकसान हुआ है। मंडी डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक अखिल अग्निहोत्री ने बताया कि सड़कें बंद होने के कारण उनके 55 रूट नहीं चल पाए हैं। जैसे ही सड़कें बहाल होंगी रूटों पर बसें चला दी जाएंगी।
अब तक 15 शव बरामद
मंडी जिले में 30 जून की रात सात स्थानों पर बादल फटने से हुई भारी तबाही के बीच राहत कार्यों में जुटी टीमों को बुधवार को पांच और शव मिले हैं। इसके साथ ही प्राकृतिक आपदा में अब तक कुल 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 58 लोग अभी भी लापता हैं।
सबसे अधिक प्रभावित सराज क्षेत्र में ही 46 लोग लापता हैं। इनमें थुनाग से 16,पखरैर से 18,जरोल से सात,चिऊणी से चार व पांडवशीला से एक व्यक्ति लापता है।

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