स्वयं सहायता समूह से महिलाएं होंगी सशक्त
जागरण संवाददाता मंडी मंडी जिले में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं आर्थिक रूप से अब

जागरण संवाददाता, मंडी : मंडी जिले में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं आर्थिक रूप से अब और सशक्त होंगी। आलू, तुलसी और नारियल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए मजबूत आधार बनेगा। स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं आलू के चिप्स बनाने, तुलसी का अर्क और नारियल का साबून बनाकर बाजार में बचेंगी। इसके लिए इनको प्रशिक्षण दिया जा रहा हे। तुलसी का अर्क व साबून तैयार हो चुका है।
ग्रामीण विकास अभिकरण के तहत आने वाले लगभग 5000 स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं के लिए रोजगार के ज्यादा अवसर पैदा करने के लिए यह पहल की गई है। आलू से चिप्स बनाने का काम अभी कहीं नहीं होता है। ऐसे में इसके लिए स्वयं सहायता समूहों से आवेदन मांगे हैं। बल्ह और धनोटू ब्लाक से आवेदन आए हैं। इन ब्लाकों की जमीन की जांच के बाद यहां पर आलू उत्पादन के लिए बीज दिया जाएगा। इससे चिप्स किस तरह से बनाने हैं उसका प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मंडी पहला जिला होगा जहां आलू चिप्स मार्केट में बड़ी कंपनियों को टक्कर देंगे। इसी तरह तुलसी का अर्क और नारियल से साबून बनाने का प्रशिक्षण 15 स्वयं सहायता समूहों को दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण चंबा में हुआ है। जल्द ही ये उत्पादक मार्केट में उपलब्ध होंगे। शिकारी माता स्वयं सहायता समूह की सदस्य चंपा ठाकुर ने बताया कि तुलसी के अर्क निकालकर इसे 100 मिलीलीटर की पैकिग में उपलब्ध करवाया जाएगा। लोग इसका प्रयोग सर्दी-जुकाम से निजात पाने के लिए काढ़ा बनाने सहित अन्य प्रयोग भी कर सकते हैं। महिलाओं को आर्थिकी रूप से मजबूत बनाने के लिए मंडी जिले में आलू चिप्स स्वयं सहायता समूहों से बनवाने की योजना है। आरंभ में दो ब्लाक से आवेदन आए हैं। तुलसी का अर्क तैयार है और नारियल का साबून भी इनके माध्यम से बेचा जाएगा। उम्मीद है 2022 में ये उत्पाद बाजार में आ जाएंगे। इससे महिलाओं की आर्थिकी सुदृढ़ होगी।
-नवीन शर्मा, प्रोजेक्ट निदेशक डीआरडीए मंडी।
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