मंडी में लटकती चट्टानों का खतरा, प्रशासन की लापरवाही से फिर हो सकता है बिलासपुर जैसा हादसा?
मंडी में प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के चलते बिलासपुर जैसे हादसे का खतरा मंडरा रहा है। विक्टोरिया पुल के पास और मंडी-पंडोह मार्ग पर कई स्थानों पर चट्टानें हवा में लटकी हैं। आइआइटी मंडी की सर्वे रिपोर्ट का इंतजार है। सराज और जोगिंदरनगर के पास भी ऐसी ही स्थिति है जहां चट्टानें लटकी हुई हैं और मलबा सड़क पर है।

जागरण टीम, मंडी। मंडी में प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी और लेटलतीफी बिलासपुर जैसे हादसे का कारण बन सकती है। यहां पर जहां जिला मुख्यालय में पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग विक्टोरिया पुल के पास बड़ी चट्टान हवा में लटकी है, वहीं मंडी से पंडोह जाते हुए बिंद्रावणी से आगे कई जगह ऐसी स्थिति है। सराज में भी चट्टानें पहाड़ पर लटकी हैं और जोगेंद्रनगर के आस पास भी कई जगह मलबा सड़क पर है।
पूर्व में हुई भारी वर्षा में के कारण विक्टोरिया पुल के पास भारी संख्या में मलबा आने के बाद पुल के साथ चट्टान हवा में लटक गई है। आइआइटी मंडी को इसका सर्वे किया है, लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं है। वर्तमान समय में फिर से वर्षा होने के कारण मिट्टी गिली होने से हादसे का खतरा बढ़ गया है।
ऐसी स्थिति जोगेंद्रनगर के पास नागचला में है। वहां भी पहाड़ से मलबा आता है। सराज की बात करें तो मंडी-जंजैहली मुख्य मार्ग पर सचिवालय से एक किलोमीटर दूरी पर ही हवा में चट्टानें लटकी हैं और दूसरी ओर खाई है। यहां सड़क तंग है। यहां से लोक निर्माण विभाग का कार्यालय भी एक किलोमीटर ही दूर है।
वहीं मंडी से जरोल मार्ग पर भी एक बड़ी चट्टान झूल रही है। इन क्षेत्रों में कोई साइन बोर्ड भी नहीं है। ऐसे में हादसा किसी की जान ले सकता है। उधर लोक निर्माण विभाग थुनाग के सहायक अभियंता बंटी कुमार ने बताया कि दैनिक जागरण की ओर से सूचना मिली है। इसे समस्या का जल्द हल किया जाएगा।
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