Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Mandi: पराशर की पहाड़ी में तेजी से बढ़ रही दरारें, बारिश में पहाड़ी दरकने की संभावना; उपायुक्त ने लिया जायजा

    By Jagran NewsEdited By: Himani Sharma
    Updated: Sat, 29 Jul 2023 10:34 AM (IST)

    Mandi News मंडी में पराशर की पहाड़ी में दरारें तेजी से बढ़ रही हैं। बादल फटने या भारी वर्षा में पहाड़ी दरकने की संभावना प्रबल हो गई है। सड़क कभी भी भूस्खलन और दरारों की चपेट में आ सकती है। उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी ने राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ वस्तुस्थिति का जायजा लिया। ड्रोन से दरारों की वीडियो और फोटोग्राफी की गई।

    Hero Image
    पराशर की पहाड़ी में तेजी से बढ़ रही दरारें, उपायुक्त ने लिया जायजा (फाइल फोटो)

    मंडी, जागरण संवाददाता: मंडी जिले के धार्मिक एवं पर्यटन स्थल पराशर की पहाड़ी में दरारें तेजी से बढ़ रही हैं। बादल फटने या भारी वर्षा में पहाड़ी दरकने की संभावना प्रबल हो गई है। उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी ने राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ वस्तुस्थिति का जायजा लिया। ड्रोन से दरारों की वीडियो और फोटोग्राफी की गई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    धुंध होने की वजह से ड्रोन से नहीं पता चल पाया सही पता

    मौसम प्रतिकूल और घनी धुंध होने की वजह से ड्रोन से दरारों का सही पता नहीं चल पाया। भूस्खलन और बढ़ती दरारों से पराशर को जोड़ने वाली सड़क पर संकट के बादल मंडरा गए हैं। सड़क कभी भी भूस्खलन और दरारों की चपेट में आ सकती है। पराशर की पहाड़ी में 2013 में दरारें पड़ना शुरु हुई थी। दस वर्षों में दरारों का आकार लगातार बढ़ता गया। दरारें चंद्राकार बन गई है।

    कई गांवों पर मंडरा रहा खतरा

    इससे बागीपुल और सेगली पंचायत के कई गांवों पर खतरा मंडरा रहा है। 20 परिवारों को प्रशासन ने पहले ही दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है। पुल को बचाने की कवायद शुरु हो गई है। लोक निर्माण विभाग ने संभावित संकट को भांप मलबा हटाने और नाले के पानी का रुख बदलने के लिए जेसीबी लगाई हैं, ताकि नाले में बाढ़ आने की स्थिति में मलबा और पानी पुल के ऊपर न आ सके।

    बादल फटने से पुल की नींव को भारी नुकसान 

    नौ जुलाई को बागी नाले में बादल फटने से पुल की नींव को भारी क्षति पहुंची हैं। दरारें अगर इसी तेजी से बढ़ती गई तो पहाड़ी का मलबा बागी नाला को पूरी तरह से अपनी चपेट में ले सकता है।

    पराशर की पहाड़ी में पड़ी दरारों का जायजा लिया। ड्रोन से वस्तुस्थिति जानने का प्रयास किया गया। घनी धुंध होने की वजह से सफलता नहीं मिल पाई। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। -अरिंदम चौधरी,उपायुक्त मंडी