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    Lok Sabha Election 2024: मंडी सीट से प्रतिभा सिंह होंगी कांग्रेस की उम्मीदवार, कंगना रनौत से होगा सीधा मुकाबला

    Updated: Wed, 03 Apr 2024 02:48 PM (IST)

    कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश की मंडी संसदीय सीट से प्रत्याशी को लेकर तस्वीर साफ कर दी है। इस सीट से पार्टी ने प्रतिभा सिंह को उम्मीदवार बनाया है। प्रतिभा सिंह मौजूदा समय मे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हैं और इसी सीट से सांसद भी हैं। मंडी सीट से प्रतिभा सिंह सासंद होगी इसकी जानकारी हिमाचल के कांग्रेस दिग्गज नेता कौल सिंह ठाकुर ने दी।

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    Lok Sabha Election 2024: मंडी सीट से प्रतिभा सिंह होंगी कांग्रेस की उम्मीदवार

    डिजिटल डेस्क, शिमला। कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश की मंडी संसदीय सीट से प्रत्याशी को लेकर तस्वीर साफ कर दी है। इस सीट से पार्टी ने प्रतिभा सिंह को उम्मीदवार बनाया है। प्रतिभा सिंह मौजूदा समय मे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हैं और इसी सीट से सांसद भी हैं। मंडी सीट से प्रतिभा सिंह सासंद होगी इसकी जानकारी हिमाचल के कांग्रेस दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने दी।

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    आधिकारिक घोषणा अभी होना बाकी

    पिछले कल यानी मंगलवार को कुल्लू जिला कांग्रेस ने प्रस्ताव पारित कर प्रतिभा सिंह को उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव पारित किया था। संसदीय क्षेत्र की बैठक में सभी 17 हलकों के ब्लाक अध्यक्षों ने भी इस पर अपनी मुहर लगाते हुए प्रतिभा सिंह को सशक्त उम्मीदवार बताया। प्रतिभा सिंह के नाम की अब अधिकारिक घोषणा होना बाकी है। सरकार के साथ मतभेद के चलते प्रतिभा सिंह ने पहले चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। यह संसदीय क्षेत्र 1971 से उनके परिवार की कर्मभूमि रही है। उन्होंने 1998 में यहां पहला चुनाव लड़ा था।

    दूसरी बार बनी थी सांसद

    मुकाबला समधी भाजपा के महेश्वर सिंह से हुआ था। पराजय का सामना करना पड़ा था। इसके बाद 2004 में दूसरा चुनाव लड़ा था। समधी महेश्वर सिंह से 1998 की हार का बदला लिया था। 2013 में उपचुनाव लड़ा था। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को करारी शिकस्त देकर दूसरी बार सांसद बनी थी।

    2014 में मोदी लहर के चलते हार का मुंह देखना पड़ा था। 2019 का चुनाव नहीं लड़ा था। 2021 में दोबारा उपचुनाव लड़ा था और तीसरी बार सांसद बनी थी। इस संसदीय क्षेत्र के इतिहास पर नजर दौड़ाई जाए तो यहां मुकाबला सिर्फ दो प्रमुख दलों के प्रत्याशियों के बीच हुआ है। अन्य दलों के प्रत्याशी और निर्दलीय को मात्र दो से तीन प्रतिशत वोट ही मिले हैं।