मंडी से सामने आई मार्मिक तस्वीर, भूस्खलन के बाद फंसे यात्री; मंदिर ट्रस्ट ने सुरंगों तक पहुंचकर खिलाया खाना
भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर यात्री फंस गए। हणोगी माता मंदिर ट्रस्ट ने लंगर सेवा शुरू की और यात्रियों को घर जैसा खाना खिलाया। डॉ. प्रकाश कटवाल ने चिकित्सा सहायता दी। बाबा बालक नाथ मंदिर कमेटी और प्रशासन ने भी राहत कार्य में सहयोग किया।
संवाद सहयोगी, पंडोह। भारी वर्षा व भूस्खलन के बीच जब कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर झलोगी के पास रविवार देर रात मार्ग बंद हो गया, तो सैकड़ों यात्रियों का सफर थम गया।
हणोगी व रैंसनाला सुरंगों में करीब 300 गाड़ियां व लगभग 500 लोग घंटों तक फंसे रहे। बंद रास्तों व अंधेरे पहाड़ों के बीच न तो होटल खुले थे न ही ढाबा, लेकिन इस कठिन घड़ी में मदद का हाथ वहीं से बढ़ा, जहां से लोग उम्मीद करते हैं। मंदिर ट्रस्ट व प्रशासन से।
हणोगी माता मंदिर ट्रस्ट ने लगातार पांचवें दिन राहत कार्य जारी रखते हुए यात्रियों के लिए लंगर सेवा शुरू की। सुरंगों तक पहुंचकर दाल-चावल व घर जैसा ताजा खाना यात्रियों को परोसा।
मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारी संदीप कुमार व राहत शिविर के नोडल अधिकारी डा. प्रकाश कटवाल ने खुद मोर्चा संभाला। डा. प्रकाश कटवाल ने थके, बीमार व घबराए यात्रियों का ब्लड प्रेशर जांचा, प्राथमिक उपचार दिया व जरूरी दवाएं उपलब्ध करवाईं।
इसी तरह बाबा बालक नाथ मंदिर कमेटी भी प्रशासन के सहयोग से राहत कार्य में जुटी रही। कमेटी ने प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए राशन से भोजन तैयार कर नौ मील, पंडोह डैम कैंची मोड़ व हणोगी सुरंग सहित कई जगहों पर बांटा।
तहसीलदार सदर मंडी प्रिंस धीमान, बीडीओ सुरेंद्र ठाकुर के मार्गदर्शन में होमगार्ड, रेडक्रास वाहन, पटवारी पंडोह सुरेश कुमार भी राहत कार्य में लगे रहे।
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