जवालपुर की ओर से दरक रही पहाड़ी, इस गांव को शिफ्ट करने की तैयारी; लगातार हो रहा भूस्खलन
मंडी में ऋषि पराशर मंदिर के पास भूस्खलन जारी है जिससे कालंग गांव में दरारें आ गई हैं। 14-15 परिवार असुरक्षित हैं लेकिन घर छोड़ने को तैयार नहीं हैं। प्रशासन गांव को असुरक्षित घोषित करने की तैयारी कर रहा है। भू-गर्भ विभाग पहले ही इस क्षेत्र को असुरक्षित बता चुका है। जवालापुर-टिहरी में भी दरारें बढ़ रही हैं जिससे चिंता बढ़ गई है।

जागरण संवाददाता, मंडी। ऋषि पराशर मंदिर के आस पास की पहाड़ियों पर भूस्खलन लगातार जारी है। कालंग गांव के साथ-साथ जवालापुर से टिहरी की ओर भी पहाड़ी पर एक फीट की दरारें आई हैं। वहीं कालंग गांव को अन्र जगह बसाने के लिए आज बैठक होगी और एक संयुक्त टीम गांव का दौरा करेगी।
ऋषि पराशर मंदिर के पास गुजरती सड़क के साथ पूरा पहाड़ दरक गया, इसके सामने ही कालंग गांव के नीचे भी पहाड़ गत दिवस दरक गई। इसके ऊपर रहने वाले 14 से 15 परिवारों के घर असुरक्षित हैं, लेकिन लोग मकान नहीं छोड़ना चाहते।
ऐसे में इन्होंने सड़क के पास ही एक जगह देखी है जहां रहने के लिए तैयार हैं और वहां टैंट लगाने को कहा है। आज लोक निर्माण विभाग, बिजली बोर्ड और जलशक्ति विभाग की टीमें नायब तहसीलदार के साथ संयुक्त निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट उपायुक्त मंडी को देंगे।
इसके बाद ही गांव को असुरक्षित घोषित करने की कार्रवाई प्रशासन करेगा। वहीं दूसरी ओर अब जवालापुर-टिहरी में लगातार बढ़ती दरारों ने भी चिंता बढ़ा दी है। ऋषि पराशर मंदिर के पुजारी बलेदव ठाकुर ने कहा कि इस क्षेत्र में पिछले साल के मुकाबले एक फीट दरारें बढ़ी हैं, इससे यहां बन रहे हैलीपेड को भी खतरा है। अभी तक मंदिर सुरक्षित है, लेकिन इस कटाव के कारणों की सही जांच होनी चाहिए।
भू-गर्भ विभाग बता चुका है असुरक्षित
वर्ष 2023 में जब ऋषि पराशर मंदिर के साथ पहाड़ी दरकी थी तो भू-गर्भ विभाग की ओर से लिए गए सैंपल और की गई जांच रिपोर्ट में इस क्षेत्र को असुरक्षित बताया था। और यहां क्रेट वाल, डंगे, चैकडैम आदि बनाने के लिए कहा था, लेकिन उक्त क्षेत्र में हो रही भारी बारिश, बादल फटने की घटनाओं के कारण इस कार्य में दिक्कत आ रही है।
आज हमारी टीम कालंग गांव और लोगों की देखी जगह का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट प्रशासन को देगी। इसके बाद गांव को अनसेफ घोषित करना है या ग्रामीणों को तिरपाल आदि देने पर विचार होगा।
अशोक कुमार, नायब तहसीलदार कटौला।
भू-गर्भ विभाग की रिपोर्ट में क्षेत्र को असुरक्षित बताया गया है। कालंग गांव के लोगों को शिफ्ट करने और अन्य प्रक्रिया के लिए बैठक के बाद ही निर्णय होगा
डॉ. मदन ठाकुर, एडीएम मंडी।
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