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    Mandi: कीरतपुर-मनाली फोरलेन शुरू होने से मिलेगी राहत, दूसरे राज्यों की मंडियों में पहुंचेंगे ताजा फल-सब्जी

    By Jagran NewsEdited By: MOHAMMAD AQIB KHAN
    Updated: Wed, 31 May 2023 09:35 PM (IST)

    Mandi मनाली-कीरतपुर फोरलेन शुरू होने से दिल्ली चंडीगढ़ व राजस्थान में हिमाचल की ताजा सब्जी व फल मिलेंगे। किसान व बागवानों को अन्य राज्यों की मंडियों त ...और पढ़ें

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    Mandi: कीरतपुर-मनाली फोरलेन शुरू होने से मिलेगी राहत, अन्य राज्यों की मंडियों में पहुंचेंगे ताजा फल-सब्जी

    मंडी, हंसराज सैनी: मनाली-कीरतपुर फोरलेन शुरू होने से दिल्ली, चंडीगढ़ व राजस्थान में हिमाचल की ताजा सब्जी व फल मिलेंगे। किसान व बागवानों को अन्य राज्यों की मंडियों तक उत्पाद पहुंचाने में कम समय लगेगा।

    फोरलेन शुरू होने से पहले मंडी से मालवाहक को चंडीगढ़ पहुंचने में लगभग आठ घंटे लगते थे, अब लगभग तीन घंटे लगेंगे। मंडी, कुल्लू व लाहुल-स्पीति में सेब, टमाटर, आलू, मटर, फूलगोभी व बंदगोभी की पैदावार होती है। फोरलेन शुरू से भाड़ा कम होगा। फल व सब्जियों के दाम में भी कमी आएगी। फोरलेन के उद्घाटन के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने प्रधानमंत्री कार्यालय से समय मांगा है।

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    किसान-बागवानों को अन्य राज्यों की मंडियों तक उत्पाद पहुंचाने में पहले कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग की दयनीय हालत व यातायात के भारी बोझ के चलते पहले मंडियों तक उत्पाद पहुंचाने में दो दिन का समय लगता था। कई बार भूस्खलन की वजह से मार्ग बंद होने से सब्जी व फल रास्ते में ही खराब हो जाते थे। कीरतपुर-मनाली फोरलेन शुरू होने से उत्तर भारत की मंडियों में समय पर उत्पाद पहुंचने से उचित दाम मिलेंगे।

    चिंता मुक्त हुए मंडी

    कुल्लू व लाहुल स्पीति के किसान बागवान मंडी, कुल्लू व लाहुल स्पीति जिले में फल-सब्जी उत्पादन होता है। यहां के किसान व बागवानों को पहले उत्पादन से अधिक अपने उत्पादों को मंडियों तक पहुंचाने की चिंता सताती थी। आलू, मटर, फूल व बंदगोभी लाहुल स्पीति के किसानों की आर्थिकी का मुख्य साधन है।

    फोरलेन से लाहुल स्पीति की दूरी और कम हुई

    अटल टनल रोहतांग के बाद अब फोरलेन से लाहुल स्पीति की दूरी और कम हुई है। कुल्लू व मंडी जिले में टमाटर, सेब व सब्जी का उत्पादन होता है। गर्मी, सर्दी व बरसात में यहां की सब्जियों व टमाटर की आपूर्ति राजस्थान तक होती है। किसान व बागवानों को पैकिंग पर अतिरिक्त खर्च करना पड़ता था।

    लोगों को ताजे फल व सब्जी मिलेगी

    कीरतपुर-मनाली फोरलेन ने किसान-बागवानों को चिंता मुक्त कर दिया है। कुल्लू से दिल्ली पहुंचने में लगेंगे आठ घंटे कुल्लू से दिल्ली पहुंचने में अब मालवाहकों को करीब आठ घंटे का समय लगेगा। चंडीगढ़ में तीन घंटे में पहुंचना संभव होगा। इससे लोगों को ताजे फल व सब्जी मिलेगी। पहले स्वारघाट की चढ़ाई-उतराई बड़ी सिरदर्द थी। अब सुरंगें बनने से इससे मुक्ति मिली है।

    इनका कहना है

    कीरतपुर-मनाली फोरलेन शुरू होने से दिल्ली चंडीगढ़ सहित अन्य पड़ोसी राज्यों में फल-सब्जी पहुंचाना आसान होगा। सात से आठ घंटे के अंदर उत्पाद दिल्ली तक पहुंचेंगे। इससे लोगों अब ताजा उत्पाद मिलेंगे। -अनिल सैनी, उपाध्यक्ष आढ़ती एसोसिएशन हिमाचल।

    फोरलेन शुरू होने से अब उत्पाद समय पर मंडियों में पहुंचेंगे। इससे किसान-बागवानों को अच्छे दाम मिलेंगे। मालभाड़ा भी कम होगा। आपरेटरों को भले ही इससे नुकसान होगा, लेकिन इसकी भरपाई डीजल की खपत व मरम्मत का खर्च कम होने से हो जाएगी। -विजेंद्र सिंह ठाकुर, प्रधान ट्रक यूनियन मंडी।