जयराम ठाकुर ने चंडीगढ़ में हिमाचल की हिस्सेदारी का किया समर्थन, कहा- प्रदेश में कानून व्यवस्था है ध्वस्त
Himachal Pradesh News जयराम ठाकुर ने चंडीगढ़ में हिमाचल की हिस्सेदारी का समर्थन किया है। पूर्व मुख्यमंत्री पत्रकारों से बात की और कहा कि जनता की सुध लेने वाला कोई नहीं है। आम आदमी की कहीं सुनवाई नहीं है। सरकार ने पांच लाख नौकरी देने का वादा किया था लेकिन एक भी नई भर्ती नहीं निकल पाई है। प्रदेश पुलिस बिना किसी स्थाई मुखिया के काम कर रही है।

हिमाचल, जागरण संवददाता। जयराम ठाकुर ने चंडीगढ़ में हिमाचल की हिस्सेदारी का समर्थन किया है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष ने मंडी में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। दिन दहाड़े गोलीकांड हो रहे हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है।
खनन माफिया सक्रिय हैं। ऊना के नेता जो वर्तमान में उपमुख्यमंत्री है, पहले नियमानुसार हो रहे खनन के खिलाफ बहुत शोर करते थे। आज वहां रिकॉर्ड तोड़ खनन हो रहा है, लेकिन आज शांत हैं, क्यों?
सात महीने में आठ हजार करोड़ का कर्ज
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि जनता की सुध लेने वाला कोई नहीं है। आम आदमी की कहीं सुनवाई नहीं है। सरकार ने पांच लाख नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन एक भी नई भर्ती नहीं निकल पाई है। दस हजार आउट सोर्स कर्मियों को नौकरी से निकाल दिया गया है।
सात महीने में आठ हजार करोड़ का कर्ज, एक हजार से ज़्यादा संस्थानों पर तालाबंदी और दस हजार लोगों को नौकरी से निकाला है। प्रदेश में जघन्यतम अपराधों में बेतहाशा वृद्धि हुई है, लेकिन सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। प्रदेश पुलिस बिना किसी स्थाई मुखिया के काम कर रही है। कर्मचारी चयन आयोग के परीक्षा परिणाम नहीं निकाल रहे हैं।
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