'आपदा प्रबंधन को लेकर गंभीर नहीं सुक्खू सरकार', जयराम ठाकुर ने क्यों लगाया गंभीर आरोप?
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार आपदा प्रबंधन के प्रति गंभीर नहीं है जिसके कारण नुकसान बढ़ रहा है। सुंदरनगर में भूस्खलन से हुई मौतों पर दुख व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने समय रहते कदम नहीं उठाए। उन्होंने चंबा में श्रद्धालुओं के फंसने की घटना का भी जिक्र किया। ठाकुर ने सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों में समन्वय की कमी बताई।

जागरण संवाददाता, मंडी। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार आपदा प्रबंधन को लेकर गंभीर नहीं है। इसके चलते नुकसान बढ़ रहा है। वह वीरवार को सुंदरनगर में बीबीएमबी कालोनी के जंगमबाग स्थित उस स्थल पर पहुंचे, जहां हाल ही में भूस्खलन की चपेट में आने से सात लोगों की मौत हो गई थी।
इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवारों से भेंट कर उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं हृदयविदारक हैं। प्रदेशभर में भारी बारिश के कारण लगातार आपदाएं हो रही हैं। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने के साथ-साथ एक-दूसरे की मदद के लिए आगे आना चाहिए।
उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि समय रहते आवश्यक कदम न उठाने से लोगों की जानें जा रही हैं। मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद सरकार ने चंबा जिले के भरमौर मणिमहेश यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या नियंत्रित नहीं की।
नतीजा यह रहा कि भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं में कई श्रद्धालु फंस गए। नेटवर्क ठप होने से प्रशासनिक टीम से संपर्क तक नहीं हो पाया। दस दिन बाद भी लोग वहां फंसे हुए हैं। सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों में समन्वय की कमी है।
यदि समय पर संवेदनशील क्षेत्रों से लोगों को निकाला जाता तो कुल्लू और सुंदरनगर जैसे हादसों को टाला जा सकता था। जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा मदद के लिए तैयार है। उनकी पार्टी के कार्यकर्ता हर जगह मोर्चे पर तैनात हैं।
पीड़ितों को राहत देने में लगे हैं। उन्होंने एनडीआरएफ और वायुसेना की सराहना करते हुए कहा कि सूचना मिलते ही एनडीआरएफ कुल्लू में दस मिनट के भीतर पहुंची और तीन लोगों की जान बचाई। अभी भी हजारों टन मलबे में दबे लोगों को निकालने का प्रयास जारी है।
कुछ जगह प्रशासन अच्छा काम कर रहा है, लेकिन सरकार के स्तर पर सहयोग न मिलने से उनकी भी परेशानियां बढ़ रही हैं।
उन्होंने सुक्खू सरकार से मांग की कि आपदा प्रबंधन को लेकर गंभीरता दिखाए और प्रशासनिक तंत्र में समन्वय स्थापित कर लोगों की जान बचाए। उनके साथ सुंदरनगर के विधायक राकेश जम्वाल, विधायक त्रिलोक जम्बाल और इंद्र सिंह गांधी भी मौजूद रहे।
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