लाहौल घाटी के जाहलमा नाले में फिर बढ़ा उफान, खतरे पर पहुंची चंद्रभागा नदी; उपायुक्त आज लेंगे हालात का जायजा
Himachal लाहौल घाटी का जाहलमा नाला फिर उफान पर है। नाले किनारे भूमि कटाव का क्रम लगातार जारी है। भूमि कटाव से लिंडूर गांव में दरारें आ गई है जिससे गांव का अस्तित्व भी खतरे में पड़ गया है। ग्रामीण सोनम व राहुल ने बताया कि गांव में लगभग एक किमी के क्षेत्र में दरार आ गई है और लगातार भूमि कटाव हो रहा है।

केलंग, जागरण संवाददाता: लाहौल घाटी का जाहलमा नाला फिर उफान पर है। नाले किनारे भूमि कटाव का क्रम लगातार जारी है। भूमि कटाव से लिंडूर गांव में दरारें आ गई है जिससे गांव का अस्तित्व भी खतरे में पड़ गया है। ग्रामीण सोनम व राहुल ने बताया कि गांव में लगभग एक किमी के क्षेत्र में दरार आ गई है और लगातार भूमि कटाव हो रहा है। जिससे ग्रामीणों की दिक्कत बढ़ी है।
जून महीने के दूसरे सप्ताह से नाला लगातार उफान पर है। नाले में हर रोज बाढ़ आ रही है। मलबे ने चंद्रभागा नदी में झील बना दी है। अब यह झील खतरे पर पहुंच गई है।
झील का दायरा बढ़ने से ग्रामीणों की कई बीघा भूमि लगभग एक महीने से पानी में डूबी हुई है। झील का पानी अब नदी पर बने पुल से उपर होने लगा है। इससे जोबरंग, रापे व राशेल के सैंकड़ों ग्रामीणों की दिक्कत बढ़ गई है। शनिवार को रेवन्यू विभाग के अधिकारियों ने झील का दौरा किया। आज उपायुक्त लाहुल स्पीति राहुल कुमार हालात का जायजा लेंगे।
घाटी के अधिकतर सम्पर्क मार्ग बंद
लाहुल घाटी की मुख्य सड़कें बहाल हो गई है लेकिन मयाड़ व मडग्रां घाटी अभी भी अलग थलग पड़ी हुई है। घाटी के अधिकतर सम्पर्क मार्ग बन्द होने से किसान अपनी फसलें मुख्य सड़क मार्ग तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं।
ग्रामीण सोमदेव व दोरजे ने बताया कि रात को झील का पानी पुल के उपर से बह रहा था जिस कारण लोगों की चिंता बढ़ गई। उन्होंने कहा कि झील का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है।
उपायुक्त लाहुल स्पीति राहुल कुमार ने कहा कि आज जाहलमा व जोबरंग गांव का दौरा करेंगे और समस्या के समाधान को हर संभव प्रयास करेंगे।
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