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सरकाघाट-धर्मपुर में अवैध खनन धड़ल्ले से जारी

घाट व धर्मपुर में धड़ल्ले से अवैध खनन हो रहा है। यहां के शिवद्वाला से छुईघाट बल्याणा व सोन व सीर खड्ड तक पिछले कई वर्षों से लगातार अवैध खनन हो रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 01 Aug 2019 04:16 PM (IST)Updated: Thu, 01 Aug 2019 04:16 PM (IST)
सरकाघाट-धर्मपुर में अवैध खनन धड़ल्ले से जारी
सरकाघाट-धर्मपुर में अवैध खनन धड़ल्ले से जारी

संवाद सहयोगी, सरकाघाट

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उपमंडल सरकाघाट व धर्मपुर में धड़ल्ले से अवैध खनन हो रहा है। यहां के शिवद्वाला से छुईघाट, बल्याणा, सोन व सीर खड्ड तक पिछले कई वर्षों से लगातार अवैध खनन हो रहा है, लेकिन प्रशासन बेखबर बना हुआ है। इस कारण नदी, नालों का जलस्तर कम हो गया है। पेड़-पौधे सूख रहे हैं। किसानों की उपजाऊ भूमि बंजर हो रही है और पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है। नेताओं की मिलीभगत से खनन माफिया खनन को अंजाम दे रहा है। खड्ड से प्रतिदिन 200 से 300 गाड़ियां रेत बजरी व पत्थर निकाले जा रहे हैं। माफिया चांदी कूट रहा है। इससे सरकार को भी करोड़ों का चूना लग रहा है। हिमाचल पर्यावरण संरक्षण संस्था धर्मपुर के अध्यक्ष भागमल गुलेरिया, रूपलाल, जय चंद महाजन, सुंदर सिंह, बंता राम, पन्ना लाल, भाग सिंह व पूर्ण चंद आदि ने कहा कि प्रशासन से बार-बार शिकायत करने के बावजूद खनन माफिया के खिलाफ कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। इस कारण खनन माफिया का हौसला बुलंद है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिख कर मांग की है कि शीघ्र खनन माफिया पर शिकंजा कसा जाए। ऐसा न होने पर एसडीएम धर्मपुर व सरकाघाट के कार्यालय का घेराव किया जाएगा। साथ ही प्रदर्शन करने के लिए विवश होंगे। उन्होंने कहा कि बल्याणा व नासड खड्ड पर चेक डैम न लगाने के कारण बरसात में भूमि कटाव होने से हजारों बीघा जमीन खड्ड की भेंट चढ़ चुकी है। इससे खड्डों के किनारे बने घरों को खतरा पैदा हो गया है।

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स्टाफ की कमी के चलते धर्मपुर से सरकाघाट की खड्डों तक एक व्यक्ति का पहुंच पाना मुश्किल है, लेकिन फिर भी खनन माफिया पर पूरी नजर है। अवैध खनन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

-सोहन सिंह, निरीक्षक खनन विभाग।

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