ओमचंद हांडा को मिलेगा हिमाचल अकादमी शिखर सम्मान
जागरण संवाददाता मंडी प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी छोटी काशी के ओमचंद हांडा को हिम
जागरण संवाददाता, मंडी : प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी छोटी काशी के ओमचंद हांडा को हिमाचल अकादमी शिखर सम्मान मिलेगा। हिमाचल कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी ने 2017 व 2018 के लिए चार शिखर सम्मान की घोषणा की है। इसके अलावा प्रो. केशव शर्मा, मोहन राठौर व दिनेश कुमारी को यह सम्मान मिलेगा। दो अक्टूबर 1936 को मंडी शहर के भगवाहन मोहल्ले में गोवर्धन दास हांडा के घर जन्मे ओमचंद हांडा ने पहली कक्षा में पढ़ते हुए चित्र बनाने शुरू कर दिए थे। 1951 में शिवरात्रि के दौरान अखिल भारतीय स्तर का पेंटिग प्रतियोगिता हुई। इसमें ओमचंद हांडा अव्वल रहे थे। इनकी पेंटिग में आइटीआइ में प्रशिक्षण के दौरान से निखार आता गया। लोक निर्माण विभाग में नौकरी के साथ ओम चंद के शोध एवं साहित्य सृजन के शौक ने उड़ान ले ली। उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। 1994 में सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद वर्तमान में पूर्ण रूप से पश्चिमी हिमालय के विभिन्न विषयों पर कार्य करते हुए अब तक 36 से अधिक ग्रंथकार पुस्तकों को पाठकों और शोधार्थियों के समक्ष प्रस्तुत कर चुके हैं। उनके ग्रंथ व शोध के चलते उनकी ख्याति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जा पहुंची। इनकी पहली पुस्तक केएल वैद्य के साथ सहलेखन में 1969 में पहाड़ी चित्रकला पर प्रकाशित हुई। दूसरी पुस्तक पहाड़ी फोक आर्ट (1975) प्रकाशित हुई थी। इसके बाद पहाड़ी लोक गीत, शिव इन आर्ट समेत उनकी कुल 36 पुस्तकें जो शोध, आर्ट, पुरातत्व, निर्माण शैली आदि रही हैं। उन्हें भवन निर्माण कला में भी महारत हासिल है। पुरातत्व चेतना संघ, मांडव्य कला मंच, प्रगतिशील लेखक संघ, जनवादी लेखक संघ, बागर साहित्य परिषद, हिम साहित्य परिषद, मंडी लेखक संघ, साहित्य सदन, गीत कुंज, मेरे अपने, संवाद कला मंच, इंटेक, खत्री सभा, संगीत सदन, हिमाचल दर्शन फोटो गैलरी व ओल्ड बैंड ब्याज समेत सभी सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक व अन्य संगठनों ने ओम चंद हांडा को शिखर सम्मान घोषित होने खुशी जताई है।