Mandi Cloudburst: प्रशासन ने बताया कब जुड़ेगा सराज का जिला मुख्यालय से संपर्क, खुलेगी बगस्याड से थुनाग सड़क
Mandi Cloudburst मंडी जिले में आपदा के कारण थुनाग और जंजैहली के मार्ग बाधित हो गए थे जिन्हें शुक्रवार रात तक बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग सड़क बहाली में जुटा है जबकि बिजली बोर्ड ने भी बिजली आपूर्ति शुरू कर दी है। लोगों तक राशन पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर और खच्चरों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, मंडी। आपदा के कारण कटे थुनाग व जंजैहली तक शुक्रवार रात तक मार्ग बहाल हो जाएगा। लोक निर्माण विभाग की टीम ने बगस्याड से आगे दो से तीन किलोमीटर तक सड़क बहाल कर दी है। दूसरी और छतरी से जंजैहली की ओर मार्ग बहाल किया जा रहा है। जंजैहली से थुनाग के लिए मार्ग बहाल होने में समय लगेगा। लोक निर्माण विभाग की पांच जेसीबी और एक बड़ी एलएनटी मशीन सहित 50 से अधिक मजदूर लगे हैं। वहीं बिजली बोर्ड ने भी थुनाग विद्युत सब स्टेशन में विद्युत सप्लाई आरंभ कर दी है। इससे रेस्ट हाउस, अस्पताल और मिनी सचिवालय सहित महत्वपूर्ण जगहों के लिए बिजली सुचारू की जा रही है।
उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि लोगों के पास राशन की कमी न रइे इसके लिए हेलीकाप्टर के साथ-साथ खच्चरों की मदद भी लेने की योजना है। साथ ही थुनाग में हेलीकाप्टर से राशन किस तरह से गिराया जा सकता है इस पर भी योजना बना रहे हैं ताकि नीचे गिरने पर यह फटे न। लोगों व अधिकारियों से संपर्क करने के लिए वहां पर विभिन्न संचार कंपनियों से कनेक्विटी के लिए संपर्क किया जा रहा है। ताकि स्टीक जानकारी उपलब्ध हो सके। राहत बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की पांच-पांच टीमें तैनात हैं।
पानी की बोतलें भी सराज भेजने की योजना
उपायुक्त ने बताया कि जिला में आपदा के कारण 580 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं, जबकि सराज की ही 321 में में 241 पेयजल योजनाएं बाधित थीं, इनमें 66 को बहाल किया गया है, लेकिन साफ पानी मुहैया करवाना चुनौती है। पानी को ब्लीचिंग आदि से साफ करने के आदेश दिए गए हैं, ेलकिन जरूरत को महसूस करते हुए पानी की बोलतें हेलीकाप्टर से भेजी जाएंगी।
एनएसएस कैंप के 41 बच्चे सुरक्षित, नवोदय विद्यालय में ठहराए
जंजैहली एनसीसी कैंप के लिए गए 41 बच्चे सुरक्षित हैं और उनको स्कूल में ही रखा गया है। उनके खाने पीने की उचित व्यवस्था की गई है। इसके अलावा पांच अन्य राहत कैंपों में 357 लोगों को प्रशासन ने राहत प्रदान की है।
115 करोड़ रुपये के आसपास नुकसान, बढ़ भी सकता
थुनाग, करसोग व धर्मपुर में अभी तक 115 करोड़ की संपत्तियों के नुकसान की सूचना है। यह आगे बढ़ भी सकता है। 40 घर अकेले थुनाग में ही क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। जबकि 188 मार्ग आज भी बंद हैं। इसमें 37 सराज के ही हैं। करसोग के 27 मार्ग है। अभी तक 13 लोगों के मरने की पुष्टि है। केल्टी में भी एक शव मिला है।
बाखली क्षेत्र के लोगों को रोपवे से निश्शुल्क यात्रा
अपूर्व देवगन ने कहा कि आपदा को देखते हुए पंडोह-बगलामुखी रोप-वे कंपनी को लोगों की आवाजाही के लिए निश्शुल्क यात्रा करवाने को कहा है। इससे संबंधित पत्र भी कंपनी को जारी किया जा रहा है। बाढ़ के कारण इस क्षेत्र की 15 पंचायतों को जोड़ने वाले दोनों पुल बह गए हैं।
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