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    Mandi Cloudburst: लोग बोले, पूरा गांव बह गया टेंट लगाने को भी जगह नहीं, सीएम ने सरकारी भूमि को लेकर की घोषणा

    Updated: Wed, 02 Jul 2025 06:57 PM (IST)

    CM Sukhu Announcement मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंडी जिले में बादल फटने से प्रभावित स्याठी गांव का दौरा किया। उन्होंने प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। सरकार पीड़ितों के पुनर्वास के लिए भूमि आवंटित करेगी। मुख्यमंत्री ने नुकसान की भरपाई के लिए विशेष राहत पैकेज की घोषणा की।

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    जिला मंडी के धर्मपुर में आपदा ग्रस्त क्षेत्र के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू।

    जागरण टीम, धर्मपुर (मंडी)। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मंडी जिला में एक ही रात में बादल फटने की आठ से दस घटनाएं जलवायु परिवर्तन की गंभीर चेतावनी हैं। इनके कारणों को वैज्ञानिक दृष्टि से समझना जरूरी है। केंद्र व राज्य सरकार इन आपदाओं के पीछे के कारणों का संयुक्त अध्ययन करेगी, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी से बचा जा सके। चट्टानी सतह पर भी भूस्खलन होना चिंताजनक है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने बुधवार को मंडी जिला के धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र की लौंगणी पंचायत के आपदा प्रभावित स्याठी गांव का दौरा किया।

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    उन्होंने बादल फटने से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की, उनका दुःख साझा किया और राहत-पुनर्वास कार्यों की समीक्षा की। प्रभावित ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को बताया कि पूरा गांव व बस्ती अचानक बह गई और अब तिरपाल लगाने तक की जमीन नहीं बची है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि क्षेत्र में सरकारी भूमि उपलब्ध हुई तो उसे प्रभावितों को पुनर्वास के लिए आवंटित किया जाएगा। अगर भूमि वन क्षेत्र में हुई तो केंद्र सरकार से अनुमति मांगी जाएगी।

    विशेष राहत पैकेज प्रदान किया जाएगा

    इस भयावह आपदा से 61 लोग प्रभावित हुए हैं, जिनके घरों, गौशालाओं और पशुधन को भारी नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री ने बताया कि जिला प्रशासन ने तुरंत राहत प्रदान करते हुए 1.70 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, राशन, तिरपाल और अन्य जरूरी सामग्री प्रभावितों को उपलब्ध करवाई है। उन्होंने आश्वस्त किया कि जिन परिवारों के मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनके लिए विशेष राहत पैकेज प्रदान किया जाएगा, साथ ही पशुधन और गौशालाओं के नुकसान की भरपाई के लिए भी बढ़ा हुआ मुआवजा मिलेगा।

    61 लोगों को राहत शिविरों में भेजा 

    मुख्यमंत्री ने मंडी-कोटली धर्मपुर मार्ग को पाडछू में हुए नुकसान का भी निरीक्षण किया। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि स्याठी गांव में 20 मकान पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। 61 लोगों को समय रहते सुरक्षित राहत शिविरों में भेजा गया।

    सड़क व अन्य सेवाओं की बहाली में तेजी के निर्देश

    जिले के थुनाग, जंजैहली और बगस्याड़ क्षेत्रों में भी भारी क्षति हुई है। प्रशासन द्वारा सड़क और अन्य आवश्यक सेवाओं की बहाली में तेजी लाई जा रही है। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण भी किया। इस अवसर पर विधायक चंद्रशेखर, कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, कांग्रेस नेता पवन ठाकुर, उपायुक्त अपूर्व देवगन, पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा व अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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