बाढ़ के साथ आई गाद ने भर दिए डैम, बिजली उत्पादन चरमराया तो पंजाब व हरियाणा बने विद्युत उत्पादक राज्य के मददगार
Himachal Electricity Supply हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण बांधों में गाद जमा होने से बिजली उत्पादन प्रभावित हुआ है। डैहर पावर हाउस में उत्पादन रोकना पड़ा है। पंजाब और हरियाणा से बिजली आपूर्ति कर हिमाचल की मदद की जा रही है। संतुलन जलाशय सुंदरनगर में गाद बढ़ने से जल भंडारण क्षमता कम हो गई है।

जागरण संवाददाता, मंडी। Himachal Electricity Supply, हिमाचल प्रदेश में बादल फटने व भारी बारिश से आई बाढ़ और भूस्खलन के बाद खड्डों के पानी के साथ मलबा भी बांधों तक पहुंचा है, जिससे डैम गाद से भर गए हैं और बिजली उत्पादन प्रभावित हो गया है। ऐसी स्थिति में पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा विद्युत उत्पादक हिमाचल प्रदेश के मददगार बने हैं। इन दो राज्यों से बिजली आपूर्ति कर हिमाचल रोशन हो रहा है।
सराज क्षेत्र की बाखली खड्ड से आया मलबा अब भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड बोर्ड (बीबीएमबी) के गले की फांस बन गया है। खड्ड से निकली भारी मात्रा में गाद ने न केवल सुंदरनगर स्थित संतुलन जलाशय की जल भंडारण क्षमता को घटा दिया है, बल्कि डैहर पावर हाउस में बिजली उत्पादन को भी प्रभावित कर दिया है।
990 मेगावाट क्षमता के पावर हाउस में सोमवार सुबह से बिजली उत्पादन अस्थायी रूप से रोकना पड़ा है। बाखली खड्ड से निरंतर बहकर आ रही गाद ने पानी में पीपीएम का स्तर अत्यधिक बढ़ा दिया है। इससे डैहर पावर हाउस में टरबाइन को नुकसान पहुंचने की आशंका के चलते बीबीएमबी को समय-समय पर बिजली उत्पादन रोकना पड़ रहा है।
30 जून की रात बाखली खड्ड में भीषण बाढ़ आई थी। रविवार देर रात हुई भारी वर्षा से खड्ड में दोबारा उफान आ गया था, इससे गाद की मात्रा बढ़ गई थी। संतुलन जलाशय में लगातार बढ़ रही गाद से उसकी जलधारण क्षमता में भारी गिरावट आई है। इससे न केवल बिजली उत्पादन की प्रक्रिया बाधित हो रही है।
छह जिलों में प्रभावित हो रही बिजली आपूर्ति
डैहर पावर हाउस में बार बार बिजली उत्पादन बंद होने का सीधा उत्तरी ग्रिड के अलावा कांगू सब स्टेशन पर भी पड़ रहा है। इस सब स्टेशन से प्रदेश के छह जिलों को बिजली आपूर्ति होती है। डैहर पावर हाउस से करीब 100 मेगावाट की आपूर्ति सब स्टेशन को होती है।
गंगूवाल व पानीपत से हो रही आपूर्ति
आपात स्थिति में पंजाब के गंगूवाल व हरियाणा के पानीपत से कांगू सब स्टेशन को बिजली आपूर्ति की जा रही है। लेकिन ओवरलोडिंग की स्थिति में आपूर्ति व्यवस्था बार-बार लड़खड़ा रही है। विद्युत विभाग स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए क्षेत्रीय स्तर पर बिजली कटौती कर रहा है। इससे उपभोक्ता परेशान हैं।
गाद नियंत्रित न की तो बढ़ेगी बीबीएमबी की परेशानी
गाद की मात्रा अधिक होने पर बीबीएमबी अब पंडोह बांध से बग्गी नहर के लिए पानी की आपूर्ति बंद कर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहा है। संतुलन जलाशय सुंदरनगर से वर्ष में मानसून के दौरान की गाद की निकासी होती है। गाद को यदि समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में बीबीएमबी के समक्ष नई मुश्किल खड़ी हो सकती है।
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