हिमाचल: पंचायत में नशे के विरुद्ध बनेंगी नार्को समन्वय समिति, एक पुलिस कर्मी व शिक्षक होंगे सदस्य सचिव
मंडी में नशामुक्त हिमाचल अभियान के तहत पंचायतों में नार्को समन्वय समितियां बनेंगी, जिनमें पुलिसकर्मी और शिक्षक सदस्य सचिव होंगे। दिसंबर में वाकथान होगा। नागरिक नशा संबंधित गतिविधियों की जानकारी ईमेल या व्हाट्सएप पर दे सकते हैं। नशा मुक्ति हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। पुलिस ने एनडीपीएस अधिनियम के तहत कई मामले दर्ज किए हैं और नशीले पदार्थ जब्त किए हैं। वन विभाग ने भी नशे के पौधों को नष्ट किया है।

नशे की रोकथाम के लिए पंचायतों में नार्को समन्वय समितियां गठित होंगी। प्रतीकात्मक फोटो
जागरण संवाददाता, मंडी। नशामुक्त हिमाचल की दिशा में प्रदेश सरकार के निर्देशों के अनुरूप नशामुक्त मंडी अभियान चलाया जा रहा है। इसमें पंचायतों की समितियों में एक पुलिस कर्मी व एक शिक्षक सदस्य सचिव होंगे। पंचायतों में एनकार्ड की बैठकें होंगी और दिसंबर के तीसरे सप्ताह में वाकथान होगी।
सोमवार को नार्को समन्वय समिति (एनकॉर्ड) की मासिक समीक्षा बैठक में यह आदेश उपायुक्त मंडी ने जारी किए। उन्होंने बैठक में पंचायत स्तर पर नशा निवारण समितियों के गठन की प्रगति की भी समीक्षा की गई।
पंचायत स्तर पर नार्को समन्वय समितियों की बैठकें होंगी
इसके तहत पंचायत स्तर पर समन्वय समितियां गठित की जा रही हैं। इन समितियों के सहयोग से दिसंबर माह के तीसरे, चौथे व अंतिम सप्ताह में वॉकथान का आयोजन किया जाएगा। पाठशालाओं में खेल प्रतियोगिताएं होंगी। इसके अतिरिक्त जनवरी, 2026 में पहले सप्ताह के मंगलवार, बुधवार और वीरवार को पंचायत स्तर पर नार्को समन्वय समितियों की बैठकें आयोजित की जाएंगी।
ईमेल या व्हाट्सएप पर करें शिकायत
उन्होंने कहा कि नागरिक नशे के सेवन, तस्करी या अन्य नशा संबंधित गतिविधियों वाले हॉट स्पॉट की जानकारी सीधे ईमेल dcmandi33@gmail.com या व्हाट्सएप नंबर 9317221001 पर भेज सकते हैं। सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।
नशा मुक्ति हेल्पलाइन नंबर भी एक्टिव
उपायुक्त ने कहा कि “ड्रग फ्री हिमाचल” एप और 1800-11-0031, 1933 तथा 14446 नशा मुक्ति हेल्पलाइन नंबरों पर कोई भी व्यक्ति नशे की रोकथाम, परामर्श और उपचार संबंधी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। नशीले पदार्थों की बिक्री व सेवन पर रोक के लिए एक मजबूत निगरानी तंत्र की अहम भूमिका रहती है। उन्होंने ड्रग निरीक्षक को प्रतिबंधित दवाइयों की अवैध बिक्री रोकने के लिए नियमित अंतराल पर केमिस्ट शॉप का निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए।
अब तक 297 मामले, 475 गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने बताया कि वर्ष 2025 में अब तक एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत 297 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 475 अभियुक्त गिरफ्तार हुए हैं। इस अवधि में पुलिस ने 1.323 किलोग्राम अफीम, 1.079 किलोग्राम चिट्टा, 60.353 किलोग्राम चरस और 1686 प्रतिबंधित टैबलेट्स जब्त की हैं। केवल नवंबर माह में ही 18 मामले दर्ज कर 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान 28.63 ग्राम चिट्टा/हेरोइन और 3.35 किलोग्राम चरस बरामद की गई। वन विभाग ने नशे के स्रोत पर प्रहार करते हुए 161238 पॉपी पौधों और 367094 कैनाबिस पौधों को नष्ट किया है।

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