कुल्लू-मनाली मार्ग पर बाढ़ से सड़कें क्षतिग्रस्त, बहाली में लग जाएंगे 25 दिन
कुल्लू-मनाली मार्ग की बहाली एक कठिन चुनौती बनी हुई है। बाढ़ से क्षतिग्रस्त मार्ग पर मशीनें पहुंचाना मुश्किल हो रहा है। एनएचएआई ने 111 मशीनें तैनात की हैं और लेफ्ट बैंक मार्ग को पहले बहाल करने की प्राथमिकता है। मार्ग बहाली में 20-25 दिन लगने का अनुमान है क्योंकि ब्यास नदी में बाढ़ के कारण कई स्थानों पर मार्ग पूरी तरह से नष्ट हो गया है।

जागरण संवाददाता, मंडी। कुल्लू से मनाली के बीच क्षतिग्रस्त मार्ग का पुनर्निर्माण व बहाली तो दूर की बात रही मशीनरी पहुंचाना भी पहाड़ जैसी चुनौती बन गया है।
पूरी तरह से क्षतिग्रस्त स्थानों तक ब्यास नदी के बीच से पोकलेन व अन्य मशीनरी पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
मार्ग बहाली में 20 से 25 दिन का समय लगेगा। वह भी मौसम पर निर्भर करेगा। ब्यास नदी का जलस्तर जितनी जल्दी कम होगा,उतनी ही तेज गति से पुनर्निर्माण कार्य संभव हो पाएगा।
कुल्लू से मनाली तक 25 अगस्त की रात को ब्यास नदी में आई बाढ़ से मार्ग को 16 स्थानों में भारी क्षति पहुंची है।
करीब 10 स्थानों पर साढ़े चार किलोमीटर मार्ग पूरी तरह से खत्म हो गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने मार्ग बहाली के लिए 111 मशीनें तैनात की है।
यह मशीनरी वैष्णों माता मंदिर से ग्रीन टैक्स बैरियर तक लगाई गई हैं। इसमेंं 53 पोकलेन, 25 टिप्पर, 32जेसीबी, दो ग्रेडर, तीन हाइड्रा, 69 डंपर, सात ट्रैक्टर ट्राली, दो रोलर व चार बोलेरों कैंपर शामिल है।
राइट बैंक मार्ग की बहाली में होने वाले विलंब को देखते हुए लेफ्ट बैंक मार्ग को सबसे पहले बहाल करने को प्राथमिकता दी जा रही है। दोनों मार्ग बंद होने से मनाली का संपर्क 25 अगस्त रात से कटा हुआ है। पिछले छह दिनों से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति नहीं हाे पाई है।
मार्ग क्षतिग्रस्त होने से लेह आने जाने वाले सैकड़ों वाहन भी रास्ते में जगह जगह फंसे हुए हैं। मंडी की ओर से जाने वाले वाहनों को नागचला,नौ मील व लाहुल की ओर से आने वाले मालवाहकों को सिस्सू में रोका गया है। अटल रोहतांग टनल भी आवाजाही के लिए बंद है।
कुल्लू से मनाली तक मार्ग बहाली में 20 से 25 दिन का समय लग सकता है। कई स्थानों पर मार्ग क्षतिग्रस्त होने से मशीनरी ब्यास नदी के बीच से पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
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