भूस्खलन से थमी जिंदगी की रफ्तार, दूल्हे समेत सात घंटे फंसे रहे बराती; इन इलाकों में दरका पहाड़
मंडी जिले में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है जिससे कीरतपुर मनाली फोरलेन बाधित हो गया। डयोड़ में एक बारात फंस गई जिसके दूल्हे को पुलिस ने सुरक्षित निकाला। चार मील के पास पहाड़ दरकने से अफरा-तफरी मची। प्रशासन ने यातायात को वैकल्पिक मार्गों पर परिवर्तित किया है और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। कैंचीमोड़ में फिर से दरारें आने से चिंता बढ़ गई है।

विशाल वर्मा, पंडोह। मंडी जिले में मानसून की बौछारें एक बार फिर से तबाही बनकर बरसीं हैं। चार मील व डयोड़ के मगर नाला के पास पहाड़ दरकने से कीरतपुर मनाली फोरलेन बाधित हो गया। चार मील में फोरलेन के रविवार दोपहर तक बहाल होने की उम्मीद है। यहां पहाड़ से लगातार मलबा आ रहा है। भूस्खलन से न केवल आम यात्री, बल्कि एक बरात भी सात घंटे तक फंसी रही।
डयोड़ में रात 11 बजे हुआ भूस्खलन
शुक्रवार रात करीब 11 बजे डयोड़ के मगर नाला क्षेत्र में अचानक भारी भूस्खलन हुआ। इससे बड़ी मात्रा में मलबा फोरलेन पर आ गया। रात करीब तीन बजे सदर क्षेत्र के दुदर से द्रंग के ज्वालापुर जा रही बरात भी दूल्हे सहित फंस गई। चारों ओर मलबा व अंधेरा था। बरात के साथ पहुंचे दूल्हा व स्वजन भी लाचार होकर फंसे रह गए।
पुलिस ने टैक्सी बुला कर दूल्हे को सुरक्षित निकाला
सूचना मिलते ही पंडोह पुलिस चौकी प्रभारी अनिल कटोच व उनकी टीम मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दूल्हे व उसके नजदीकी स्वजन को पैदल सुरक्षित निकाला। कुल्लू की ओर से टैक्सी मंगवाकर ज्वालापुर भेजा। बाकी बराती शनिवार सुबह 10 बजे मार्ग बहाल होने के बाद रवाना हो सके।
पहाड़ दरकने से चार मील में मची अफरा-तफरी में बाल-बाल बचे वाहन
शनिवार दोपहर बाद करीब 1:30 बजे, मंडी-पंडोह के बीच चार मील के पास पहाड़ दरक गया। भारी मात्रा में मलबा सड़क पर गिरा, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। कई वाहन बाल-बाल बचे। वाहन चालकों ने सीटियां बजाकर एक-दूसरे को चेतावनी दी। कई चालकों ने समय रहते अपने वाहन पीछे हटा लिए। मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया। इससे सैकड़ों वाहन फंस गए हैं।
वैकल्पिक मार्ग से डायवर्ट हुआ यातायात, भारी वाहनों पर रोक
चार मील में मार्ग बंद होने के बाद प्रशासन ने भारी वाहनों की आवाजाही पर अस्थायी रोक लगा दी है। छोटे वाहनों को गोहर चैलचौक पंडोह व कटोला–कमांद मार्ग से डायवर्ट किया गया है। फोरलेन निर्माण कंपनियों की मशीन मौसम अनुकूल होने पर रविवार सुबह युद्धस्तर पर मलबा हटाने का कार्य करेंगी।
कैंचीमोड़ के पास फिर आई दरारें, 2023 की बरसात की यादें ताजा
इस बीच, पंडोह डैम से आगे कैंचीमोड़ पर बनी फोरलेन सड़क पर एक बार फिर दरारें नजर आने लगी हैं। यही वो स्थान है जहां 2023 की बरसात में फोरलेन का 50 मीटर हिस्सा ढह गया था। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस बार भी सड़क की एक साइड करीब एक फीट तक नीचे बैठ चुकी है। लोगों में डर व चिंता का माहौल है।
निर्माण कंपनी ने दी सफाई, प्रशासन बना रहा नजर
निर्माण कंपनी शापूरजी पलोंजी के टीम लीडर आदर्श पंन्होत्रा ने बताया कि दरारें केवल सड़क की ऊपरी सतह में आई हैं, डंगे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। पहाड़ी में हो रहे भूस्खलन के कारण सड़क पर यह असर हुआ है। जल्द ही मरम्मत कार्य शुरू किया जाएगा। इस बीच, प्रशासन व निर्माण एजेंसी की संयुक्त टीमें स्थल पर निगरानी रखे हुए हैं।
प्रशासन की अपील- अनावश्यक यात्रा से बचें
प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से परहेज करें, मौसम की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त सतर्कता बरतें। किसी भी आपात स्थिति में संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क करें।
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