Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जयराम के घर में भाजपा के पांच गुट गिना गए मुख्यमंत्री, आपदा राहत वितरण समारोह राजनीतिक मंच में बदला

    By HANS RAJ SAINIEdited By: Rajesh Sharma
    Updated: Tue, 11 Nov 2025 02:54 PM (IST)

    हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंडी में आपदा राहत वितरण समारोह को राजनीतिक मंच बना दिया। उन्होंने भाजपा पर गुटबाजी का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी पांच गुटों में बंटी है। सुक्खू ने केंद्र सरकार पर वित्तीय सहायता में देरी और वन भूमि हस्तांतरण में बाधा डालने का भी आरोप लगाया। उन्होंने पूर्व भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए।

    Hero Image

    हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर। जागरण आर्काइव

    हंसराज सैनी, मंडी। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को मंडी के पड्डल मैदान में आपदा राहत वितरण समारोह को एक सशक्त राजनीतिक मंच में बदल दिया। आत्मविश्वास से लबरेज सुक्खू ने विपक्ष पर तीखे प्रहार करते हुए न केवल भाजपा के भीतर मचे गुटबाजी के घमासान को जनता के सामने रखा, बल्कि यह भी कहा कि भाजपा अब एक पार्टी नहीं, बल्कि पांच गुटों का गठबंधन बन चुकी है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा इस समय जयराम ठाकुर, अनुराग ठाकुर, जेपी नड्डा और रमेश धवाला के गुटों में बंटी हुई है, जबकि पांचवां गुट उन कांग्रेसी नेताओं का है जो पिछले वर्ष सत्ता के लालच में भाजपा में शामिल हुए थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भाजपा गुटों में वर्चस्व की जंग

    उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि अब भाजपा में गुटों के बीच वर्चस्व की जंग छिड़ी है। अनुराग ठाकुर मंडी में आकर अपने समर्थन में नारे लगवाते हैं तो जयराम ठाकुर हमीरपुर में अपनी ताकत दिखाने निकल पड़ते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के समय राजनीति नहीं, संवेदनशीलता की जरूरत होती है। 

    राहत कार्यों का राजनीतिकरण करने का आरोप

    भाजपा नेताओं पर राहत कार्यों का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया और कहा कि बेहतर होता अगर मंडी जिले के सभी भाजपा विधायक इस कार्यक्रम में शामिल होते क्योंकि आपदा किसी पार्टी की नहीं बल्कि पूरी मानवता की परीक्षा है। भाजपा नेता जनता के दुख-दर्द से कट चुके हैं और झूठ फैलाकर केवल भ्रम की राजनीति कर रहे हैं। 

    वन भूमि हस्तांतरण की स्वीकृति 

    केंद्र सरकार पर वन भूमि हस्तांतरण की स्वीकृति न देने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र के अड़ियल रवैये के कारण आपदा पीड़ितों का पुनर्वास कार्य अटका हुआ है। अगर यह उनके अधिकार में होता तो एक ही दिन में हर प्रभावित परिवार को एक-एक बीघा भूमि स्वीकृत कर देते।

    वित्तीय सहायता न मिलने पर भी सवाल उठाए

    सुक्खू ने केंद्र से 1,500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता न मिलने पर भी सवाल उठाए और कहा कि प्रधानमंत्री की घोषणा के दो महीने बीत चुके हैं, लेकिन अब तक कोई मदद नहीं मिली। मुख्यमंत्री ने मंच से विपक्ष के विधायकों के प्रति सम्मान दिखाते हुए कहा कि हम लोकतंत्र में विश्वास रखते हैं।

    पूर्व सरकार ने बिल्डिंग पालिटिक्स खेली

    भाजपा शासन में विपक्ष के विधायकों को मंच पर बोलने तक की इजाजत नहीं मिलती थी, लेकिन आज भाजपा विधायक अनिल शर्मा मंच पर मौजूद हैं, यही सच्चे लोकतंत्र की पहचान है। सुक्खू ने पूर्व भाजपा सरकार को वित्तीय कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार के मामलों पर भी कठघरे में खड़ा किया। पूर्व सरकार ने बिल्डिंग पालिटिक्स खेली। 

    यह भी पढ़ें: मंडी में जयराम ठाकुर पर फिर हमलावर हुए राजस्व मंत्री नेगी, ...हिमाचल के निकम्मे मुख्यमंत्री साबित हुए, लुटाया पैसा

    पूर्व सरकार में जनहित कार्य नहीं हुआ

    करोड़ों रुपये की इमारतें बनाईं, लेकिन कोई जनहित कार्य नहीं हुआ। बद्दी में उद्योगपतियों को सस्ते दामों पर हजारों बीघा भूमि आवंटित की गई, जिससे राज्य को भारी नुकसान उठाना पड़ा। वहीं, कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के वरिष्ठ और युवा नेताओं को मंच की पहली कतार में बिठाकर एकता और संगठन की मजबूती का संकेत दिया।

    यह भी पढ़ें: CM सुक्खू ने मंत्री को रोककर भाजपा विधायक को दिया संबोधन का मौका, अनिल शर्मा बोले- यह मेरा परिवार रहा है